Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

हिन्द का हिन्दी

हिन्द का हिन्दी

जय हिन्द का हिन्दी ,
हर अरमान भरेगा ।
संस्कृति से परिपूर्ण ,
विश्व सम्मान करेगा ।।
जय हिन्द का मान तू ,
हिन्द का है प्राण तू ।
हिन्द तुम पे आश्रित ,
हिंद का अभिमान तू ।।
हिन्द के हिन्दवासी ,
शीर्षोत्थान करेगा ।
संस्कृति से परिपूर्ण ,
विश्व सम्मान करेगा ।।
हिन्द का जयगान तू ,
हिन्द की है मान तू ।
हिन्दी से हिन्द देश ,
हिन्द का परित्राण तू ।।
तेरे कारण विश्व का ,
अंतर्ज्ञान बढ़ेगा ।
संस्कृति से परिपूर्ण ,
विश्व सम्मान करेगा ।।
नहीं मिली पहचान तुझे ,
अपनी मातृभाषा की ।
दफ्तरों से अभी वंचित ,
मातृभाषा अभिलाषा की ।।
नेता भी नतमस्तक हो ,
तेरा ही गुणगान करेगा ।
संस्कृति से परिपूर्ण ,
विश्व सम्मान करेगा ।।


पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ