जीवन एक संघर्ष
यह जीवन एक संघर्ष है ,इस संघर्ष में ही गति है ।
रुके ये संघर्ष जिस दिन ,
जीवन का ही दुर्गति है ।।
बाधाएं अनेक हैं आती ,
किंतु करते आराम नहीं ।
जीवन अर्थ चलते रहना ,
लेना कहीं विराम नहीं ।।
गरीबी लाचारी या तंगी ,
संकट से लड़ना सहर्ष है ।
हर संकट को मात देना ,
जीवन में करना संघर्ष है ।।
संघर्ष करना पग पग पे ,
जीवन को खुशहाल हेतु ।
क्या करें व कैसे कमाएं ,
खाने को रोटी दाल हेतु ।।
संघर्ष करो निदान होगा ,
कुछ करने को ध्यान होगा ।
दृढ़ संकल्प लेना होगा ,
हर समस्या समाधान होगा ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
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