मौन स्वर्ण है—
मौनअक्सर
मौन रहकर भी
मुखर हो जाता है
जब
प्रश्न का उत्तर
मौन बन जाता है
उत्तर देने वाले का
उत्तर
प्रश्नकर्ता
कभी
समझ जाता है
तो कभी
मौन के भंवर में
प्रश्नकर्ता
उलझ जाता है।
मौन
स्वयं में
प्रश्न है
मौन ही
उत्तर भी है।
मौन
केवल मौन नही
अपितु
वह आवाज है
जिसे
सब सुन नही पाते
समझ नही पाते
और
गुन नही पाते।
तभी तो कहते हैं
बोलना रजत है
और मौन सवर्ण है।
अ कीर्ति वर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com