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काश, हम कुँवारे होते

काश, हम कुँवारे होते

काश, हम कुँवारे होते
समझो हम तुम्हारे होते
अपनी भी चाँदी होती
अपने भी वारे-न्यारे होते।
काश, हम कुँवारे...l


एक दूजे के जान हम होते
शहर की शान हम होते
होठों पर मुस्कान होती
तुम्हारे कितने प्यारे होते।
काश, हम कुँवारे...l


गर तुम हमें पहले मिलती
अपनी जोड़ी खूब खिलती
कटती जिन्दगी बड़े मजे से
एक दूजे के सहारे होते।
काश, हम कुँवारे...l


तुम लगती बहुत हीं प्यारी
तुममें खूबियाँ हैं सारी
करते प्यार हम तुमसे
वक्त भी हमारे होते।
काश,हम कुँवारे...l


तुम हो कितनी भोली-भाली
तेरी छवि,रूप-रंग निराली
बनाते हम तुम्हें घरवाली
हम तेरे चाँद तारे होते।
काश, हम कुँवारे...l
-----0---- अरविन्द अकेला,पूर्वी रामकृष्ण नगर,पटना-27
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