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देश के सभी भाषाओं की विशेषता बनी रहनी चाहिए - राज्यपाल

देश के सभी भाषाओं की विशेषता बनी रहनी चाहिए - राज्यपाल

पटना, 10 सितम्बर, 2023 को महामहिम राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रभा खेतान फाउण्डेशन द्वारा होटल चाणक्या, पटना में आयोजित ‘आखर महोत्सव -बिहार’ कार्यक्रम के उद््घाटन के अवसर पर कहा कि देश में अनेक भाषाएँ हैं और उनकी विशेषता बनी रहनी चाहिए। किसी क्षेत्र विशेष में ही कुछ दूरी पर भाषा बदल जाती है परन्तु इससे नये शब्दों के प्रयोग के चलते भाषा की समृद्धि ही
होती है।
राज्यपाल ने कहा कि हमें अपनी भाषा का प्रयोग करने में कोई हिचकिचाहट नही होनी चाहिए। अपनी भाषा में कामकाज होने पर सामान्य जन इसे आसानी से समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष के रूप में उन्होंने गोवा विधान सभा का कामकाज वहाँ की भाषा कोंकणी में शुरू कराया तथा कार्यवाही का लाइव टेलीकास्ट होने के चलते आमजन इसे समझने लगे।
राज्यपाल ने हिन्दी समाचार पत्रों में शीर्षक एवं उप शीर्षक में अंग्रेजी शब्दों के प्रयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि घरों में प्रायः समाचार पत्रों के माध्यम से ही भाषा का परिचय होता है। ऐसे में इसका ध्यान रखा जाना आवश्यक है।
पुस्तकों को मित्र एवं मार्गदर्शक बताते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों एवं अभिभावकों में पुस्तक पढ़ने की आदत होनी चाहिए। इसके लिए हमारे घरों में सद््साहित्यों की उपलब्धता होनी चाहिए। पाठकों के रहने पर ही साहित्यकार साहित्य का सृजन कर सकेंगे।
कार्यक्रम को सुप्रसिद्ध लेखिका पद््मश्री डाॅ॰ उषा किरण खान एवं लेखक व पत्रकार श्री अनंत विजय ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर श्री रत्नेश्वर सिंह,
प्रभा खेतान फाउण्डेशन की एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी श्रीमती अनिंदिता चटर्जी तथा श्रीमती अन्विता प्रधान व श्रीमती अनुभा आर्या, लेखकगण, कविगण एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
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