Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

ग्रेटर नोएडा में रामलीला मंचन का हुआ भूमि पूजन : रामचंद्र जी का राष्ट्र चिंतन आज भी अनुकरणीय : डॉ.आर्य

ग्रेटर नोएडा में रामलीला मंचन का हुआ भूमि पूजन : रामचंद्र जी का राष्ट्र चिंतन आज भी अनुकरणीय : डॉ.आर्य

ग्रेटर नोएडा ( अजय कुमार आर्य ) यहां पर रामलीला कमेटी की ओर से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन कर रामलीला मंचन हेतु भूमि पूजन का कार्यक्रम रामलीला मैदान में संपन्न हुआ। इस अवसर पर अनेक गणमान्य लोगों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सरदार मंजीत सिंह ने इस अवसर पर कहा कि उनकी समिति रामलीला प्रस्तुति में कुछ ना कुछ नवीनता लाने का प्रयास करती रहती है। जिससे रामचंद्र जी के व्यक्तित्व और चरित्र के गुणों को जन-जन तक पहुंचाने में सफलता प्राप्त हो सके । उन्होंने कहा कि हम इस बार भी कुछ ऐसा महत्वपूर्ण संदेश देने का प्रयास करेंगे। जिससे आज की युवा पीढ़ी को अपनी भारतीय संस्कृति को समझने का अवसर उपलब्ध हो।
वरिष्ठ समाजसेवी और रामलीला कमेटी से गहराई से जुड़े श्री विजेंद्र सिंह आर्य ने कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए हमें बताया कि आज के इस कार्यक्रम में सैकड़ो प्रमुख हस्तियों ने भाग लिया । वैदिक विधि विधान से यज्ञ संपन्न कराया गया और भूमि पूजन की रस्म अदा की गई। उन्होंने कहा कि हम समाज के प्रत्येक व्यक्ति को साथ लेकर चलने का प्रयास करते हैं। यही रामचंद्र जी का आदर्श था । इसीलिए हमने किसी भी प्रकार की संकीर्णता का प्रदर्शन न करते हुए प्रत्येक राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों के प्रमुखों को उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया। लोगों ने रामचंद्र जी के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा का परिचय देते हुए कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराई।
इस अवसर पर सुप्रसिद्ध इतिहासकार और भारत को समझो अभियान समिति के राष्ट्रीय प्रणेता डॉ राकेश कुमार आर्य ने कहा कि हमें रामचंद्र जी के राष्ट्र चिंतन को आज की परिस्थितियों में अपने लिए आदर्श मानकर चलना चाहिए। उन्होंने राक्षस संस्कृति के विनाश के लिए मात्र 14 वर्ष में बड़ी योजना पर काम किया और उसमें सफलता प्राप्त की। संपूर्ण भूमंडल से राक्षस संस्कृति को समाप्त करने का उनका अभियान वास्तव में उन्हें पूजा और सत्कार के योग्य बनाता है। हमें समझना चाहिए कि हम उस व्यक्तित्व को ही अपने लिए पूजनीय मानते हैं जो राक्षस संस्कृति का विनाश करता हो। डॉ आर्य ने कहा कि राम मंदिर के लिए आज तक लाखों लोगों ने अपना बलिदान दिया है, उन लाखों लोगों की स्मृति में हमें एक स्मारक का निर्माण करना चाहिए। भाजपा के वरिष्ठ नेता विजेंद्र भाटी ने कहा कि राम भारत की मिट्टी के कण-कण में समाए हुए हैं। उनकी सुगंध हमारे हृदय के रोम रोम में समाविष्ट है । आज उनके आदर्शों को अपना कर काम करने की आवश्यकता है। जबकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने कहा कि उन्हें रामचंद्र जी से कोई आपत्ति नहीं है, पर राम के मानने वालों के दोगले चरित्र पर उन्हें आपत्ति है । उन्होंने कहा कि राम संसार के पहले समाजवादी हैं, जिन्होंने सबको साथ लेकर चलने में विश्वास किया। इस अवसर पर वरिष्ठ समाज सेवी वीरेंद्र डाढ़ा, पवन खटाना, आर्य प्रतिनिधि सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष आर्य वीरेश भाटी, वरिष्ठ समाजसेवी सतीश नंबरदार, बार एसोसिएशन के पूर्व जिला अध्यक्ष रामशरण नगर, समाजसेवी जनार्दन आर्य, वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र टाइगर, सुखबीर सिंह आर्य, कमल आर्य आदि सहित अनेक गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये और श्री राम के आदर्शों पर चलने का व्रत लिया।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ