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हिन्दी दिवस के अवसर पर काव्यकृति 'गीतानुवादम्' के विमोचन के अवसर पर कवियों ने तालियां बटोरी

हिन्दी दिवस के अवसर पर काव्यकृति 'गीतानुवादम्' के विमोचन के अवसर पर कवियों ने तालियां बटोरी

कन्नौज।हिन्दी दिवस के अवसर पर महाकवि घाघ नगर के कवि सुधीर मिश्र द्वारा श्रीमदभगवत गीता के पद्यानुवाद की काव्य कृति "गीतानुवादम्"का विमोचन एवं कवि सम्मेलन का शानदार साहित्यिक समारोह दिनांक 14 सितंबर 2023 को एम.एल.होटल जी टी रोड में किया गया। कविवर सुधीर मिश्र की प्रथम पुण्य तिथि के अवसर आयोजित समारोह का उद्घाटन कन्नौज के लोकप्रिय सांसद श्री सुब्रत पाठक ने कवि सुधीर मिश्र के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण करके किया।
वाणी वंदना से प्रारंभ हुए कार्यक्रम के प्रथम सत्र में सुधीर जी की काव्य कृति 'गीतानुवादम्' का विमोचन अध्यक्ष श्री उमाशंकर साहिल, मुख्य अतिथि श्री सुभ्रांत शुक्ला जिलाधिकारी कन्नौज,मुख्य वक्ता डाॅक्टर जीवन शुक्ला प्रसिद्ध साहित्यकार,विशिष्ट अतिथि जयराम जय,नवगीतकार कानपुर,श्री राकेश त्यागी एस डी एम कन्नौज,गीता के प्रचारक वक्ता श्री अमरनाथ जी के साथ अन्य लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के मध्य किया।इस अवसर पर वक्ताओं ने स्वतंत्रता के इतने वर्ष बाद भी विश्व में सबसे अधिक बोली जाने भाषा हिन्दी को भारत की राष्ट्रभाषा न बनाए जाने पर क्षोभ व्यक्त किया गया तथा श्रीमद्भगवतगीता को भारत का सनातन धर्म ग्रंथ बताते हुए अनुरोध किया कि सभी को गीता के सभी अट्ठारह अध्यायों का गहराई से अध्ययन करना चाहिए,क्योंकि विश्व में गीता ही ऐसा शाश्वत ग्रंथ है जिसमें जीवन के सभी पहलुओं का समाधान है।श्रीमदभगवत् गीता का सहज सरल भाषा हिन्दी में पद्यानुवाद करके कवि सुधीर मिश्र ने श्रीमद्भगवद्गीता के भावों को आमजनों तक पहुंचाने का श्लाघनीय कार्य किया है।कार्यक्रम संयोजक नलिन मिश्र ने मंचस्थ अतिथियों का "सुधीर मिश्र स्मृति सम्मान"से अलंकृत किया,अन्य कवियों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में श्रोताओं से भरे खचाखच हाल में हुए कवि सम्मेलन में सर्व श्री उमाशंकर साहिल,डॉ.जीवन शुक्ल,डॉ.अजित राय,समीर द्विवेदी नितांत,योगेश तिवारी योगी,कुमार विवेक आदि के साथ कानपुर के चर्चित गीतकार जयराम जय के गीत 'गांवों की चौपालों ने बतियाना छोड़ दिया'ने खूब तालियां बटोरी उनके सवैये भी सराहे गये।श्रोताओ ने कवियों द्वारा बिभिन्न विषयक सरस कविताओं का भरपूर आनंद लिया।इस अवसर पर आयोजक श्रीमती नीलम मिश्रा (पत्नी स्व.सुधीर मिश्र),शशि मिश्रा कानपुर,शिशिर मिश्र लखनऊ,रमेश मेहरोत्रा,अरविंद बाजपेई,राहुल दुबे,राजेश सिंह,अजीत सिंह,गुड़िया पाण्डेय,रिया पाण्डेय,विकास कुशवाहा,यथार्थ पाण्डेय,आदि विशेषरूप से उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन डॉ.अमरनाथ दुबे ने किया, संयोजक एडवोकेट नलिन मिश्र ने अपने पिता कवि सुधीर मिश्र की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए यह कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष करने का संकल्प लिया तथा रात्रि भोज के आमंत्रण के साथ विनत भाव से आगतों का हृदय से आभार व्यक्त किया।
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