Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

चाहे जितना भी बड़ा

चाहे जितना भी बड़ा

चाहे जितना भी बड़ा, रावण का कद हो जाएगा,
राम के हाथों एक दिन, अवश्य ही मारा जाएगा। 
राम प्रतीक सत्य के, मर्यादा पुरूषोत्तम कहलाते,
अहंकार भर गया तो, ज्ञानवान भी मारा जायेगा।
बढ़ रहा है तम यहाँ, अमावस्या की रातें गहन,
एक किरण रोशनी की, अन्धकार मारा जायेगा।
जीवन जीने की कला, मानवता प्रमुख विचार,
मानव में जब मानवीयता, अहंकार मारा जायेगा।

डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ