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नकचढा


नकचढा

भारतका एक ब्राह्मण.
संजय कुमार मिश्र 'अणु'
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ज्यों-ज्यों मन बढ़ा।
त्यों-त्यों पांव बढ़ा।१।
एक नीम पेड़ था,
दूजे करैला चढ़ा।२।
देखकर हूं सोचता,
कौन सा पाठ पढ़ा।३।
प्यार के संसार में,
बैर का रुप गढ़ा।४।
खुद का कुकर्म को,
गैरों के सिर मढ़ा।५।
कौन है ये मिश्र 'अणु',
तीसमार या नकचढा।६।
इधर का सब ठीक है,
उधर जा पढ़ औ पढ़ा।७।
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वलिदाद,अरवल(बिहार)८०४४०२.
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