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खिलखिलाहट : मुस्कान की किरण संस्था ने आयोजित किया काव्य संध्या और साहित्य विषय पर कार्यक्रम

खिलखिलाहट : मुस्कान की किरण संस्था ने आयोजित किया काव्य संध्या और साहित्य विषय पर कार्यक्रम

दिव्य रश्मि संवाददाता जितेन्द्र कुमार सिन्हा की खास खबर |

छठ पर्व समापन के उपरांत सामाजिक और साहित्यक संस्था खिलखिलाहट : मुस्कान की किरण ने पटना के मीठापुर "बी" एरिया स्थित राधिका निवास में मंगलवार को "काव्य संध्या और साहित्य" विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए संस्था के संस्थापक प्रदीप कुमार ने "खिलखिलाहट : मुस्कान की किरण" के संबंध में एक संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि यह संस्था वैसे असहाय लोगों को जो खुशियां देखती है लेकिन सहभागी बनने में सक्षम नहीं रहती है उन्हें यह संस्था सभी सामग्रियों को सुलभ कराकर, सहयोग करती है और उसे खुशियां देने का काम कर रही है।

उन्होंने बताया कि संस्था किसी भी सदस्य को या संस्था को सहयोग करने वाले लोगों पर किसी तरह का दबाव नहीं बनाता है कि संस्था में राशि का अंशदान करें। लेकिन इतना अवश्य कहता है कि यदि आप अपने को इतना सक्षम मानते हैं तो असहाय लोगों को मदद करने के समय यथा शक्ति 100, 200 रूपये या जो सामग्री सहयोग के लिए देना है उसमें ही आधा किलो या एक किलो जो आपके अंतरात्मा कहे सहयोग कर सहभागी बनें। यदि यह भी संभव नहीं है तो कम से कम साथ रहकर ही सहभागी बने।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कवि भगवती प्रसाद द्विवेदी ने किया। अध्यक्षता करते हुए उन्होंने संस्थान की भूरी भूरी प्रशंसा की और महिलाओं पर एक कविता पाठ किया।

कार्यक्रम में संस्था की सदस्या विधि सिन्हा ने अपनी स्वयं लिखी कविता को अंग्रेजी में पढ़कर सुनाई और इस प्रकार "काव्य और साहित्य" कार्यक्रम शुरू हुई। इनकी कविता और कविता पाठ की पुरजोर प्रसंशा की गई।

कवि मधुरेश नारायण ने लड़कियों की बढ़ती लोकप्रियता पर आधारित कविता पाठ से लोगों को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने संस्था के नाम पर भी एक कविता सुनाई, जिसे संस्था के संस्थापक प्रदीप कुमार ने संस्था के टाइटल सॉन्ग के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति ली।

वहीं, कवि कमल किशोर वर्मा "कमल" ने अपने नाम पर आधारित साहित्यक चर्चा करते हुए रामराज्य से लेकर वर्तमान समय के घटनाओं पर आधारित कविता पाठ कर खूब तालियां बटोरी। शायर मो० नसीम अख्तर ने मंच का संचालन करने के साथ ही एक से एक शायरी सुनाया।

कार्यक्रम समापन से पूर्व शुभचन्द्र सिन्हा शायरी और गीतों की झड़ी लगा दी। लोगों ने ओंस मोर -ओंस मोर कहने पर विवश हो गए।
कार्यक्रम का समापन श्रीमती शालिनी वर्मा ने की और कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार सह बिहार प्रदेश प्रवक्ता जीकेसी मुकेश महान, पत्रकार जितेन्द्र कुमार सिन्हा, हरेंद्र सिन्हा, शालिनी वर्मा सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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