कभी कभी जब आप
कभी कभी जब आप
छोड़ देते हैं
खुद को अकेला
बिस्तर की बाहीं में
तन्हा
विचार रहित
उस समय भी
मन विचरण करता है
किसी और दुनिया में
और करता है बातें
देखता है सपने
विचरण करता है
किसी अनजानी दुनिया में
और लोक परलोक में
खोजता है उत्तर
करता है खोज
नए रहस्य
कुछ सवालों
और जवाबों के भी जवाब।
अक्सर
खुल जाती है
मेरी नींद
कुछ कसमसाहट का अहसास
व्याकुलता
छटपटाहट
जो देखा
सोचा
अनुभव किया
उसे लिपिबद्ध करने की
अर्ध चेतना की स्थिति
न सोने देती
न जागने।
अन्धकार में
हाथ बढाकर
पास रखी डायरी में
कुछ आडी तिरछी लाइनें
दिलाती अहसास
सुबह होने पर
लिखा था कुछ
देखा था
और भोगा था
अलग सा
उस रात
बिस्तर की बाहों में
अकेला रहकर।
अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
छोड़ देते हैं
खुद को अकेला
बिस्तर की बाहीं में
तन्हा
विचार रहित
उस समय भी
मन विचरण करता है
किसी और दुनिया में
और करता है बातें
देखता है सपने
विचरण करता है
किसी अनजानी दुनिया में
और लोक परलोक में
खोजता है उत्तर
करता है खोज
नए रहस्य
कुछ सवालों
और जवाबों के भी जवाब।
अक्सर
खुल जाती है
मेरी नींद
कुछ कसमसाहट का अहसास
व्याकुलता
छटपटाहट
जो देखा
सोचा
अनुभव किया
उसे लिपिबद्ध करने की
अर्ध चेतना की स्थिति
न सोने देती
न जागने।
अन्धकार में
हाथ बढाकर
पास रखी डायरी में
कुछ आडी तिरछी लाइनें
दिलाती अहसास
सुबह होने पर
लिखा था कुछ
देखा था
और भोगा था
अलग सा
उस रात
बिस्तर की बाहों में
अकेला रहकर।
अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com