Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

छठी मईया

छठी मईया

आ गईले छठ बिहारी परब ,
हमनी के बहुते गरब नू हो ।
गाईब हमनी मंगल गीतिया ,
करब हमहूॅं ई परब नू हो ।।
करिहें किरपा सूरूजदेव ,
अउरी छठी माई नू हो ।
छठी माई के हमहूॅं लुभाईब ,
मंगल गीतिया गाई नू हो ।।
नहा खा के दिन आईल ,
मन मोर हरषाईल नू हो ।
छठ में मन मोर समाईल ,
जियरा अगराईल नू हो ।।
अरवा चाउर डभकाईब ,
बूॅंट दाल बनाईब नू हो ।
लौकी सब्जी हम बनाईब ,
माई के नामे खाईब नू हो ।।
छठी माई से बाटे आस ,
नाहीं करिहें निरास नू हो ।
छठी माई के करब पूजा ,
करब हम उपवास नू हो ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ