कुछ प्यार की बातें करते हैं

कुछ प्यार की बातें करते हैं

कुछ प्यार की बातें करते हैं ,
चंचल मन स्थिर करते हैं ।
बिन पंख ये उड़ता रहता है ,
सब बात ये सबसे कहता है ।
नफ़रत की बहती आंधी में ,
मन प्यार का चादर तान दिया।
यह उड़ नहीं सकता जोर लगा ,
दिल इसका ऐसा मान लिया ।
नफ़रत वाले चाहे जितना भी ,
अपनी जोर दिखाएंगे ।
इस दूनियां से प्रेम बेल को ,
कभी उखाड़ न पायेंगे ।
नफ़रत और प्यार दोनों की ,
कभी नहीं बन पाई है ।
युगों युगों से इन दोनों की ,
चलती रही लड़ाई है ।
हर समय प्यार की जीत हुई ,
नफ़रत ने मुंहकी खाई है ।
तुम सजग रहो दूनियांवालो ,
क्योंकि जारी अभी लड़ाई है । 
 जय प्रकाश कुंअर
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ