स्वार्थ-सिद्धि के लिए स्वार्थ-सिद्धि के लिए

स्वार्थ-सिद्धि के लिए

-- डॉ. मेधाव्रत शर्मा, डी•लिट•
(पूर्व यू.प्रोफेसर)
स्वार्थ-सिद्धि के लिए जहाँ 'गदहे को बाप'कहा जाता है।
तलवे चाट रहे मानव को देख श्वान भी शरमाता है ।
"नाम बड़े हैं दर्शन थोड़े '- यही अर्थवत्ता पाता है ।
चाट-भटों के ऐसे जग में जीना जी को दुखलाता है ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| 
हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ