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दिव्य रश्मि पत्रिका ने मनाया स्वामी विवेकानंद जी की १६१ वी जयंती, १६१ वी जयंती के अवसर पर हुआ काव्य सम्मेलन, सम्मानित किये गये २४ साहित्यकार |

दिव्य रश्मि पत्रिका ने मनाया स्वामी विवेकानंद जी की १६१ वी जयंती, १६१ वी जयंती के अवसर पर हुआ काव्य सम्मेलन, सम्मानित किये गये २४ साहित्यकार |

पटना दिनांक १२.०१.२०२४ को दिव्य रश्मि पत्रिका परिवार ने पूज्य स्वामी विवेकानंद जी की १६१ वी जयंती का आयोजन किया गया | स्थानीय आई एम् ए हाल ,दक्षिणी गाँधी मैदान , पटना के प्रांगण में स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर माल्यार्पण कर तथा दीप प्रज्वलित कर सभा का शुभारम्भ किया गया| कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ प्रतिभा रानी के द्वारा मंगलाचरण के द्वारा हुआ| कार्यक्रम की अध्यक्षता जानेमाने साहित्यकार एवं कथाकार पंडित मार्कंडेय शारदेय ने की श्री शारदेय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने हिन्दू समाज के लिए काफी कुछ किया है आज के युवाओ को भी उनका अनुशरण करना चाहिए आज जरूरत है , देश और हिंदुत्व की रक्षा के लिए उनके विचारो का अनुसरण करना | कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रकाश मिश्र ने कहाकि महापुरुषों की जयंती मानाने से ज्यादा आवश्यक उनका अनुसरण करना है | मुख्य वक्ता पटना उच्य न्यायलय के अधिवक्ता श्री संजीव कुमार ने कहा कि सर्वप्रथम मै आयोजको को धन्यवाद देता हूँ , आज स्वामी विवेकानंद जी की १६१ वी जन्मोत्सव है हमलोग पिछले १२ सालो से प्रत्येक वर्ष इस आयोजन को करते आ रहें है यह एक सुखद अनुभव है | आज हमलोग इस बात की चर्चा करे की स्वामी जी के विचारो से किस प्रकार राष्ट्र की रक्षा की जा सकती है| सर्वप्रथम हमें यह समझना होगा की व्यक्ति किस प्रकार से अपनी रक्षा , परिवार की रक्षा समाज की रक्षा और राष्ट्र की रक्षा कर सकता है और उसमे स्वमी जी की कौन सी बाते प्रसंगिस है| अगर किसी राष्ट्र के नागरिक का चरित्र ठीक है तो सम्पूर्णराष्ट्र का ही चरित्र ठीक हो जाएगा अर्थात एक चरित्रवान राष्ट्र एक चरित्रवान व्यक्ति के सामान मजबूत हो जाएगा जिसे दुनिया की कोई ताकत हिला नहीं सकती झुका नहीं सकती|
कार्यक्रम में संगीता मिश्रा, सविता राज, डॉ प्रतिभा रानी, डॉ राजमणि मिश्र, जय प्रकाश कुँवर, विनोद शंकर मिश्र, सुनील कुमार, शुभचन्द्र सिन्हा, रामाशीष सिंह एवं मधुरेश नारायण के कविता पाठ किया |
कार्यक्रम में साहित्य के क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद शिखर सम्मान से मधुरेश नारायण, धनंजय जयपुरी ,डॉ अंकेश कुमार ,शुभचंद्र सिन्हा ,विनोद शंकर मिश्र ,रामाशीष सिंह ,डॉ राजमणि मिश्र ,सुनील कुमार ,संजय मिश्र अणु ,डॉ अवध विहारी सिंह,सविता राज ,संगीता मिश्र ,डॉ प्रतिभारानी ,जयप्रकाश कुँवर ,विनय मिश्र “मामूली बुद्धि”,प्रभाकर चौबे ,भोला झा “लालबाबा”,प्रकाश कुमार मिश्र ,अरुण कुमार ,अमित कुमार ,शशिधर मिश्र ,रमेश कुमार , चंद्रकांत मिश्र ,दिनेश पाण्डेय जैसे २४ साहित्यकारों को सम्मानित किया गया \ कार्यक्रम में जितेन्द्र कुमार सिन्हा, सुबोध सिंह, शिवानन्द गिरी,अरविन्द अकेला, रौनक राज,राजीव झा,डॉ पुरुषोतम कुमार, संतोष कुमार सागर, लक्ष्मण पाण्डेय, रवि कुमार,श्याम श्यामल, अमर कुमार, रोहिणी पति सिंह, प्रेम सागर पाण्डेय, अजित सिन्हा, डॉ राकेश प्रताप सिंह, उमेश कुमार, मधुरेश नारायण, धनंजय जयपुरी ,डॉ अंकेश कुमार ,शुभचंद्र सिन्हा ,विनोद शंकर मिश्र ,रामाशीष सिंह ,डॉ राजमणि मिश्र ,सुनील कुमार ,संजय मिश्र अणु ,डॉ अवध विहारी सिंह,सविता राज ,संगीता मिश्र ,डॉ प्रतिभारानी ,जयप्रकाश कुँवर ,विनय मिश्र “मामूली बुद्धि”,प्रभाकर चौबे ,भोला झा “लालबाबा”,प्रकाश कुमार मिश्र ,अरुण कुमार ,अमित कुमार ,शशिधर मिश्र ,रमेश कुमार , चंद्रकांत मिश्र ,दिनेश पाण्डेय आदि उपस्थित थे |
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