बसंत का आगमन

बसंत का आगमन

कमल' की ज़िंदगी में समाना बसंत का

हवा में बहती खुशबू, मन में उमंग भर दे,
ठंडी हवा का झोंका, तन-मन को तरोताजा कर दे।

दिल को बहुत अज़ीज़ है आना बसंत का

फूलों की मधुर सुगंध, चारों ओर फैल जाए,
प्रकृति का रंग बदल जाए, हरियाली छा जाए।

कमल' की ज़िंदगी में समाना बसंत का

पेड़ों पर नए पत्ते, उगने लगें,
पक्षी मधुर गीत गाने लगें,

दिल को बहुत अज़ीज़ है आना बसंत का

खेतों में सुनहरी फसल लहराने लगे,
मन में खुशियां लहराने लगे,

कमल' की ज़िंदगी में समाना बसंत का

हर चेहरे पर मुस्कान खिले,
हर दिल में उमंग उमड़े,

दिल को बहुत अज़ीज़ है आना बसंत का

बसंत का आना, नया जीवन लाए,
हर पल खुशियां बरसाए,

कमल' की ज़िंदगी में समाना बसंत का

यह बसंत ऋतु, नई उमंग लाए,
हर घर में खुशियां छाए,

दिल को बहुत अज़ीज़ है आना बसंत का
कमल' की इस ज़िंदगी में समाना बसंत का

. स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित 
पंकज शर्मा (कमल सनातनी)
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