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भारत मौरिशस मैत्री संघ का हुआ पुनर्गठन|

भारत मौरिशस मैत्री संघ का हुआ पुनर्गठन|

  • डा अनिल सुलभ की अध्यक्षता में ३५ सदस्यीय कार्यसमिति बनायी गयी

पटना, २ फरवरी। भारत-मौरिशस मैत्री संघ का पुनर्गठन किया गया है। संघ के निर्वाचित अध्यक्ष डा अनिल सुलभ ने अपनी ३५ सदस्यीय नयी कार्यसमिति अधिसूचित की है। नयी कार्य समिति में ६ उपाध्यक्ष, एक प्रधान सचिव, ६ महासचिव, ६ सचिव बनाए गए हैं।
पुनर्गठित मैत्री संघ में, डा अनिल सुलभ (अध्यक्ष), डा उपेंद्र नाथ पाण्डेय, श्री संजय मयूख, डा शंकर प्रसाद, डा राज कुमार नाहर, डा मधु वर्मा, दिलीप कुमार (सभी उपाध्यक्ष) , पारिजात सौरभ (प्रधान सचिव), डा पूनम आनंद, राजेश भट्ट, देव नारायण ओझा, डा पुष्पा जमुआर, प्रो सुशील कुमार झा, ई अशोक कुमार (सभी महासचिव), शशि भूषण कुमार, डा अर्चना त्रिपाठी, डा मनोज गोवर्द्धनपुरी, ब्रह्मानन्द पाण्डेय, सागरिका राय, डा शालिनी पाण्डेय, (सभी सचिव), कुमार अनुपम (कोषाध्यक्ष), श्याम बिहार प्रभाकर, डा प्रतिभा रानी, चंदा मिश्र, कमल किशोर वर्मा, सदानन्द प्रसाद, इन्दु उपाध्याय, डा विद्या चौधरी, डा पीयूष रंजन झा, प्रेमलता सिंह राजपुत, डा सुषमा कुमारी, किरणकांत वर्मा, सिद्धेश्वर, नीरव समदर्शी तथा नेहाल कुमार सिंह 'निर्मल' (सभी कार्यकारिणी सदस्य ) सम्मिलित किए गए हैं। स्मरणीय है कि गत ८ जनवरी को संपन्न हुई मैत्री-संघ की आमसभा में संघ के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ को सर्वसम्मति से आगामी कार्यकाल के लिए पुनः अध्यक्ष निर्वाचित करते हुए उन्हें नयी कार्यसमिति गठित करने के लिए अधिकृत किया गया था। डा सुलभ के अनुसार, भारत में मौरिशस के राजदूत रहे मुखेश्वर चुनी, जिनकी उपस्थिति में वर्ष २००५ में संघ की स्थापना की गयी थी, संघ के मुख्य संरक्षक तथा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति की साहित्यकार और मौरिशस सरकार द्वारा गठित 'भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन' की अध्यक्ष डा सरिता बुधु और पूर्व सांसद डा रवींद्र किशोर सिन्हा संरक्षक बनाए गए हैं।
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