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।। मिठा स्वर।।

।। मिठा स्वर।।

पूनम गुप्ता 
जब किसी की आवाज में इतनी
गहराई हो, नर्म अंदाज हो,
जैसे बेजान सी उम्मीद को सहारा
मिल जाता है,
फिर से एक बार जीने का सहारा
मिल जाता है,
दूर होकर भी अपनापन महसूस
हो जाता है,
जाने कितनों का ज़ख्म , एक पल में
भर जाता है।
जिंदगी जीने का तरीका आना चाहिए,
जब जख्म को कम करने की जरूरत
होती है,
तब कोई नरम अल्फाज़ , मरहम का काम
करतें हैं।ग़म का रंग फीका हो जाता है। 

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