जीवन में भला बुरा जो भी दिन आता है ।

जीवन में भला बुरा जो भी दिन आता है ।

अपना एहसास छोड़ चला जाता है ।।
फिर हम लगते हैं दिल को समझाने ।
उन बीती अनुभूतियों पर मरहम लगाने ।।
यहां कौन अपना है और कौन पराया है ।
इस भले बुरे दिन ने पहचान कराया है ।।
जब सुख था तब शुभचिंतक अनेक मिले ।
जब बुरा दिन आया तो कोई पास भी न आया ।।
सब अपने हैं इस भ्रम में हम जीवन गुजारते रहे ।
वाह रे भगवान इस संसार में कैसी है तेरी माया ।। 
 जय प्रकाश कुंअर
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