रोज डे
रोज डे सिर्फ एक दिन क्यों मनाया जाएहर दिन को क्यों ना रोज डे बनाया जाए
कांटों में गुलाब फिर गुलाब में शबाब
यूं समझ लीजिए है सवालों में है जवाब
कितना अच्छा लगता होगा ना किसी मरीज के हाथों में गुलाब
जैसे अस्पताल से छुट्टी पाकार घर जाने का ख्वाब
चलिए हम झुर्रियों वाले हाथों
में थमाए जाकर गुलाब
औरों का तो मैं नहीं जानती मगर मेरा वैलेंटाइन डे
ऐसा ही होता है जनाब
डॉ बीना सिंह*रागी*छत्तीसगढ़
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