Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

आम वृक्ष पर बौर पलेगा, कोयल कूके शोर मचेगा,

आम वृक्ष पर बौर पलेगा, कोयल कूके शोर मचेगा,

शीतल मन्द हवायें होंगी, शिशिर ऋतु का अंत मनेगा।
खेत खेत में सरसों फूली, गेहूँ की बाली झूमे़ंगी,
हर किसान प्रसन्न होगा, जब अन्न का भंडार भरेगा।
मकरन्द तलाश तितली घूमें, कलियों को भौंरे चूमे,
नवसृजन की आस जगेगी, पिया मिलन जब होगा।
त्योहारों का समय आ रहा, होली उन्माद छा रहा,
कन्या पूजन घर घर होगा, नववर्ष सखी तब होगा।
माँ शारदे का वन्दन, प्रकृति का करें अभिनन्दन,
पीत पत्र तब झर जायेंगे, बंजर में नंदन वन होगा।
फूलों से रंग चुराएं तितली, भौंरे कलियों को चटकाएं,
घूम रहे घर आँगन उपवन, बसन्त आगमन तब होगा।
डॉ अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ