आय गयो है फाग पिया
रूणा रश्मि 'दीप्त'पतझड़ से सूखी शाखों पर,
नवपल्लव ने मुस्कान दिया।
खेतों में सरसों फूलों ने,
भू को पीला परिधान दिया।
आमों के बौर हैं वृक्षों में,
बागों में कूके कोयलिया।
बहती पुरवाई हौले से,
मन जग का सबने मोह लिया।
खेलें मिल रंग गुलाल चलो,
अब आय गयो है फाग पिया।
चहुँदिस बिखरे जब रंग सजन,
देखे नयना हर्षाय जिया।
झोली भर लाय गुलाल तभी,
पिचकारी भरकर रंग लिया।
फिर डाला जो तूने मुझपर,
कोरी चूनर को रंग दिया।
रँग डाला तूने ये तन मन,
मुखमंडल मेरा लाल किया।
अवसर है खास बड़ा फागुन,
तुमको इसने बौराय दिया।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com