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"जीवन संतुलन: कला और विज्ञान"

"जीवन संतुलन: कला और विज्ञान"


जीवन एक कला है, और संतुलन उस कला का विज्ञान है। यह कला है क्योंकि इसमें विभिन्न पहलुओं को संतुलित करना शामिल है, जैसे कि काम, परिवार, स्वास्थ्य और व्यक्तिगत विकास। यह विज्ञान है क्योंकि इसमें समझना शामिल है कि क्या नियंत्रित करना है और क्या जाने देना है।


जीवन में संतुलन प्राप्त करने के लिए, हमें पहले यह समझना होगा कि हमारे नियंत्रण में क्या है और क्या नहीं। हम अपने विचारों, भावनाओं और कार्यों को नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन हम दूसरों के विचारों, भावनाओं और कार्यों को नहीं नियंत्रित कर सकते हैं। हम बाहरी परिस्थितियों को भी नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, जैसे कि मौसम, प्राकृतिक आपदाएं, या अन्य लोगों के द्वारा किए गए निर्णय।


एक बार जब हम यह समझ जाते हैं कि हमारे नियंत्रण में क्या है, तो हम उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू कर सकते हैं जिन्हें हम नियंत्रित कर सकते हैं। हम अपने विचारों को सकारात्मक रखने का प्रयास कर सकते हैं, अपनी भावनाओं को स्वीकार कर सकते हैं और उनसे स्वस्थ तरीके से निपट सकते हैं, और अपने कार्यों को ज़िम्मेदारी से चुन सकते हैं।


जीवन में संतुलन प्राप्त करने के लिए, हमें उन चीजों को जाने देना भी सीखना होगा जिन्हें हम नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि हमें इन चीजों को अनदेखा करना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह है कि हमें इन चीजों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए।


जीवन में संतुलन प्राप्त करना एक सतत प्रक्रिया है। यह एक ऐसा लक्ष्य है जिसे हम हमेशा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं, लेकिन यह एक ऐसा लक्ष्य है जिसे हम कभी भी पूरी तरह से प्राप्त नहीं कर सकते हैं।


जीवन संतुलन एक यात्रा है, एक गंतव्य नहीं। इस यात्रा का आनंद लें और सीखते रहें।


. "सनातन"
(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार) 
 पंकज शर्मा (कमल सनातनी)
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