सुंदरता की कल्पना
हर डाली पर फूल खिले हैहर पेड़ों पर फल लगे है।
देखने वाले देख रहे है।
पर मन सबके ललचा रहे है।
मिल जाए फल फूल अगर तो
मन की अभिलाषा पूरी होंगी।
देख तुम्हें फिर पास जो अपने
झूम उठेंगे फिर सारे सपने।।
मिल जाये ये फूल और फल
खाकर भर लेगें पेट तब हम।
कितने पेडों को कुचल दिये है
फल फूल देने के पहले हमनें।
फिर भी उम्मीदे रखते हम है
एक दिन देंगे कुछ तो फल वो।
कितना अंधा कितना स्वर्थी
देखो तो तुम इस मानव को।।
रंग बिरंगी इस दुनिया को
तुम मत देखो बंद आँखो से।
बंद करो तुम चश्मे से देखना
खुली आँखो पर विश्वास करो।
खेल समझ तेरे आ जायेगा
जब अपनों पर विश्वास करोगें।
बेरंग पड़ी तेरी दुनिया को
रंगो से तुम भर पाओगें...।।
रूप तुम्हारा इतना सुंदर
फूल भी फिके लगते है।
जो भी देखता है तुझको
दिलमें कमल खिल उठते है।
फिर सपनो में मानो खोकर
अमन चैन से सोते है।
प्रात: पुन: उठकर के प्रिये
तुम्हें सामने पाते हैं...।।
जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com