चाँद कहकर तुझे मैं बुलाने लगी।।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।प्यार से प्यार को प्यार करना सदा।
नफ़रतों को दिलों में ना भरना सदा।
हर कली प्यार में मुस्कुराने लगी।।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
चाँद कहकर तुझे मैं बुलाने लगी।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
आगमन पर तुम्हारे थमी साँस है।।
एक मिलन की हमेशा मुझे आस है।।
स्वप्न दिल में सजन मैं सजाने लगी।।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
चाँद कहकर तुझे मैं बुलाने लगी।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
हर गली में तुम्हारी चहक गूँजती।
रात पूनम चमकती फ़िजा झूमती।।
रूह बनकर तुझी में समाने लगी।।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
चाँद कहकर तुझे मैं बुलाने लगी।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
प्यार का इक महकता नज़ारा मिला।
साथ जबसे हमें बस तुम्हारा मिला।।
सप्त सरगम पिया गुनगुनाने लगी।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
चाँद कहकर तुझे मैं बुलाने लगी।
ज़िंदगी प्यार का गीत गाने लगी।।
प्रियांशीबरनवाल.
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