इंटरनेट की अदाओं पर,सारी दुनिया मरती है

(विश्व दूरसंचार दिवस __17 मई 2024 )

इंटरनेट की अदाओं पर,सारी दुनिया मरती है

वैश्विक पटल इंटरनेट महत्ता,
आज प्राण वायु सम अहम ।
हर वय जन कायल घायल,
पुलकित अंग प्रत्यंग पैहम ।
युक्ति प्रयुक्ति आलोक पुंज,
सदा सघन तिमिर हरती है ।
इंटरनेट की अदाओं पर, सारी दुनिया मरती है ।।


दैनिक जीवन काम काज,
अंतर जाल मृदुल स्पंदन ।
त्वरित निष्पादन पारदर्शिता,
पुष्टि त्रुटि सहज संदेश मंडन ।
दक्षता कौशल अभिजागर बन,
प्रगति नव पथ प्रशस्त करती है ।
इंटरनेट की अदाओं पर,सारी दुनिया मरती है ।।


शिक्षा चिकित्सा व्यापार क्षेत्र,
अदम्य हौसलों संग उड़ान ।
संभव कर स्वप्न मालाएं,
नित नव कीर्तिमानी जड़ान ।
गमन कर समाधान पथ पर ,
समस्या मूल कारण परखती है ।
इंटरनेट की अदाओं पर, सारी दुनिया मरती है ।।


मोबाइल सही उचित प्रयोग,
वर्तमान समय मंथन बिंदु ।
सदुपयोग अंतर मैत्री भाव
ज्ञान विज्ञान नवाचारी सिंधु ।
प्रतिभा उत्कर्ष प्रेरणा रूप धर,
जीवन पट अनंत खुशियां भरती है ।
इंटरनेट की अदाओं पर, सारी दुनिया मरती है ।।


महेन्द्र कुमार(स्वरचित मौलिक रचना)
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