Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

सच ही तो बताया था, झूठ तो नहीं बोला,

सच ही तो बताया था, झूठ तो नहीं बोला,

इशारा ही किया था, परदा तो नहीं खोला।
नग्न था सच मन्दिर तोड़कर मस्जिद बनाना,
प्रत्यक्ष साक्ष्य, ओढ़ा तो नहीं झूठ का चोला।

हिन्दुत्व के पुरोधा, धर्मनिरपेक्ष हो रहे हैं,
तुष्टिकरण के आगे, लम्बलेट हो रहे हैं।
ओढ़ लेते खामोशी, ज्ञानवापी बात पर,
दोहरे चरित्र वाले, मटियामेट हो रहे हैं।

माना कि विकल्प, सामने कोई नहीं है,
डूबते हुए का हाथ, थामने कोई नहीं है।
कश्ती बीच मँझधार, किनारा भी दूर है,
क़ातिल सामने, बचाने वाला कोई नहीं है।

अ कीर्ति वर्द्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ