मणिकर्णिका,अदम्य साहस की अवतारी
संघर्षमय जीवन गाथा,बाल्यावस्था मातृ हीन ।
पितृ छाया प्रेरणा बिंब,
राष्ट्र धर्म अंतर तल्लीन ।
उर आंग्ल प्रतिशोध ज्वाला ,
देश रक्षा दृढ़ संकल्प धारी ।
मणिकर्णिका,अदम्य साहस की अवतारी ।।
शस्त्र शास्त्र सिद्ध हस्त,
शत्रु विरुद्ध हौसली ललकार ।
परिणय झांसी नरेश संग ,
लक्ष्मी बाई नाम श्री आधार ।
अथाह वेदना पति पुत्र बिछोह ,
पर अविचल राष्ट्र धर्म जयकारी ।
मणिकर्णिका,अदम्य साहस की अवतारी ।।
प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन,
अनूप प्रेरणा पुंज भूमिका ।
तांत्या टोपे सह रणनीति ,
नारी सशक्ति दल नीतिका ।
सैन्य सौष्ठव मोहक रोहक,
प्रदत्त प्रमुख पद झलकारी ।
मणिकर्णिका,अदम्य साहस की अवतारी ।।
अंग्रेजी दमन नीति रीति ,
मनु हर कदम प्रतिकार ।
छबीली जोश उत्साह अनंत,
पवन सारंगी बादल सूत्रधार ।
सौंदर्य चातुर्य अनुपमा अद्भुत,
हिंद रज रज सदा आभारी ।
मणिकर्णिका,अदम्य साहस की अवतारी ।।
महेन्द्र कुमार(स्वरचित मौलिक रचना)
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