गिलहरी रानी कह कहानी
गिलहरी रानी कह कहानी ,कहाॅं रहते तेरे नाना नानी ।
तुम तो बहुत चतुर सयानी ,
बुलाने पे करे आनाकानी ।।
रंग तेरी बहुत यह सुहानी ,
करती बहुत तुम मनमानी ।
जैसे लगती तू अभिमानी ।।
कौन राजा किसकी तू रानी ,
कितनी फूर्ति कितना पानी ।
डरी सहमी रहती तू प्राणी ,
लगती तुम बहुत हो ज्ञानी ।।
शरारत बहुत तुम हो करती ,
नाहक सबसे तुम हो डरती ।
चहुॅंओर रहता ध्यान है तेरा ,
आहट पाते पेड़ पर चढ़ती ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com