कश्मीर में हिन्दू नरसंहार जारी; अब बंगाल भी बढ रहा कश्मीर की दिशा में !

कश्मीर में हिन्दू नरसंहार जारी; अब बंगाल भी बढ रहा कश्मीर की दिशा में !

      भले ही कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई हैलेकिन 'डोमिसाइल सर्टिफिकेटके नियम के चलते आज भी कश्मीर में बाहर का कोई भी व्यक्ति जमीन नहीं खरीद सकता । कश्मीर में हिन्दुओं का जातीय संहार आज भी नहीं थमा है । पर्यटकों के सामने कश्मीर की केवल अच्छी तस्वीर पेश की जाती हैलेकिन वहां की भयावह स्थिति को कोई पेश नहीं करता । यदि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था हैतो कश्मीरी हिन्दुओं का जातिगत नरसंहार क्यों स्वीकार नहीं किया जाताजब पनून कश्मीर के माध्यम से कश्मीर में सनातन धर्म का प्रचार किया जाएगातो यह हिन्दू राष्ट्र का पहला कदम होगाऐसा यूथ फॉर पनून कश्मीरदिल्ली के अध्यक्ष विट्ठल चौधरी ने कहा । वे 'कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वास कैसे होगाके बारे में बात कर रहे थे । वे गोवा के फोंडा स्थित 'श्री रामनाथ देवस्थानमें 'वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सवके दूसरे दिन बोल रहे थे ।

कम्युनिस्टों के शासन में बंगाल की अपार क्षति स्वामी निर्गुणानंद पुरीबंगाल

  कम्युनिस्ट शासन के दौरान बंगाल की भारतीय परंपराओं और संस्कृति की अपूरणीय क्षति हुई है । इस काल में हिन्दू समाज की स्थिति बहुत दुर्दशा हुई । हिन्दुओं ने मंदिरों में जाना बंद कर दिया । आज बंगाल में कई हिन्दू गांव खाली हो रहे हैं । आदिवासियोंअनुसूचित जाति-जनजातियों को हिन्दू धर्म से अलग किया जा रहा है । उनसे कहा जा रहा है कि वे हिन्दू नहीं हैं । हिन्दू समाज को बांटा जा रहा है । बंगाल में इंटरनेशनल वेदांत सोसाइटी के कोषाध्यक्ष स्वामी निर्गुणानंद पुरी ने जोर देकर कहा कि हमें अपने गांवों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना चाहिएसाथ ही हिन्दुओं को धार्मिक शिक्षा देकर हिन्दू धर्म व मंदिरों के प्रति उनकी संवेदनशीलता भी बढानी चाहिए । वे 'बंगाल राज्य में हिन्दुओं का संगठन और चुनौतियांविषय पर बोल रहे थे ।

हर मंदिर में गौशाला शुरू होगीतो गौरक्षा होगी शेखर मुंदडाअध्यक्षमहाराष्ट्र गो सेवा आयोग

  यदि गौरक्षा करनी हैतो हर मंदिर में गौशाला होनी चाहिए । इस्कॉन ने महाराष्ट्र में गौशालाएं शुरू की हैं । हमने कुछ अन्य मंदिरों के साथ मिलकर गौशाला शुरू करने की बात की है । ऐसा करने पर निश्चित ही गायों की रक्षा होगीऐसा 'महाराष्ट्र गौ सेवा आयोगके अध्यक्ष श्रीशेखर मुंदडा ने कहा । सम्मेलन का सीधा प्रसारण हिन्दू जनजागृति समिति की वेबसाइट HinduJagruti.org और यूट्यूब चैनल ‘HinduJagruti’ के माध्यम से किया जा रहा है।

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