ढोंगी बाबा

ढोंगी बाबा

हे ईश्वर तुम हमें बचाना इन ढोंगी बाबाओं से।
भोले भाले लोगों को ठगने वाले आकाओं से।
इनकी माया जाल में, कहीं न मैं भी फंस जाऊं।
अपने इष्ट आराध्य आपको कभी नहीं मैं बिसराऊं।
आदि शंकराचार्य सा ज्ञानी ध्यानी जो नहीं कह पाए।
आज के ढोंगी पचीसी बाबाओं ने ऐसी बात कहे।
मैं ईश्वर हूं मुझको पूजो कहा कभी नहीं शंकर ने।
सत्य सनातन धर्म प्रतिष्ठित पुनःकिया था शंकर ने।
बौद्ध धर्म की ओर पलायन होते देखा जब शंकर ने।
आज के बाबाओं को देखो कर तो कुछ नहीं सकते हैं।
भोले भाले जन मानस को उल्लू बहुत बनाते हैं।
मैं अवतार हूं ईश्वर का मुझको ही पूजो मेरे भक्तों।
तैंतीस कोटि देव निरर्थक कहते हैं निज भक्तों को।
राम कहे न कभी भी ऐसा वे अवतारी होकर भी।
कृष्ण कहे न कभी भी ऐसा लीलाधारी होकर भी।
वैदिक आर्य सनातन हिन्दू धर्म की सदा रक्षा की।
दुष्टों का संहार किया गो द्विज संतों की रक्षा की।
बाबाओं के चक्कर में अच्छे अच्छों को आते देखा।
बाबाओं के चमत्कार के आगे सर को झुकाते देखा।
कुल देवता को भले न पूजे बाबाओं को पूजते देखा।
कुलगुरु से दीक्षा नहीं लेते बाबाओं से लेते देखा।
पुरोहितों को कम ही दक्षिणा बाबाओं पे लुटाते देखा।
कुल की रीति भले नहीं पालें पश्चिम की रीति चलाते देखा।
तुलसी पूजन छोड़ के घर में क्रिसमस ट्री को लाते देखा।
ईश्वर का नाम जप छोड़ छाड़ बाबा का नाम ही जपते देखा।
ईश्वर का चित्र रहे न रहे बाबा का चित्र लगाते देखा।
कांधे पे जनेऊ रहे न रहे लौकेट बाबा का पहनते देखा।
ईश्वर की कथा सुनें न सुनें बाबा की कथा को सुनते देखा।सास ससुर पति की सेवा तज सत्संग बाबा के जाते देखा।
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