एकता का सूत्र
समय की पुकार को समझोऔर अपने आप को बदलो।
हम इंसान है और इंसानो की
इंसानियत को भी समझो।
अनेकता में एकता को देखों
आबाम की बातों को सुनों।
शांति की राह को चुनो
और शांति स्थापित करो।।
देश दुनिया की बातें करते है
अपने आप को श्रेष्ठ कहते है।
जबकि क ख जानते नही है
शांती स्थापित करने की।
फिर ज्ञान सभी को दे रहे
और खुदको महात्मा बता रहे।
जबकि खुदको ही समझते नही
और ज्ञान दुनिया को दे रहे।।
काल का चक्र कब कहा
किस तरफ घूम जायेगा।
अमन शांति का पैगाम
कौन कहा से खोजेगा।
और दुनिया को एक मंत्र
एकता का कौन दे पायेगा।
या सारे के सारे लोग
इस चक्र में उलझे रहेंगे।।
जय जिनेंद्र
संजय जैन "बीना" मुंबई
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com