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आजादी

आजादी

लाखों कुर्बानियां दे
पाई थी आजादी।
किसी ने कहा-
रक्तहीन क्रांति की देन है
भारत की आजादी ।
चंद्रशेखर आजाद की
चाहत थी आजादी ।
भगत और विस्मिल का
ख्वाब था आजादी।
संसद का बम कांड है
दोनों की वीरता की
विशिष्ट अमिट कहानी।
खूदीराम फांसी पर झूल
देश को दिलाया आजादी ।
तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा
जिसका यह नारा था उस क्रांतिवीर का
सपना था भारत की आजादी
अनगिनत लालों को खोकर
पायी थी हमने आजादी।
तब जवाहर ने लाल किले पर
फहराया था अमिट निशानी।

जय हिन्द। जय हिन्द। जय हिन्द


जितेन्द्र नाथ मिश्र
कदम कुआं पटना
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