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सावन महिना भाता है

सावन महिना भाता है

सावन का महीना चल रहा
शिव-पार्वती जी का आराम।
गृहस्थ और कुवारों को भी
काम काज से मिली है छुट्टी।
जिसके चलते कर सकते है
शिव-पार्वती जी की भक्ति।
श्रध्दा भक्ति हो गई कबूल तो
मिल जायेंगे साक्षात दर्शन।।


कहते है साधु-संत और भक्तगण
होता है पावन महीना सावन का।
जो सबको मौका देता है
अपने पापों को धोने का।
जीव हिंसा भी कम होती है
सावन के इस पवित्र महीने में।
इसलिए प्रभु प्रसन्न हो जाते
सबसे ज्यादा इसी महीने में।।


जो करते है सावन सोमवार का
व्रत उपास और उपासना आदि।
और करते है मन्दिर जाकर
पूजा अर्चना शिव-पार्वती की।
वो सुयोग वर और वधू पाते है
इस व्रत के फल के रूप में।
इसलिए तो नर नारीयों को
भाता है सावन का महीना।।


जय जिनेंद्र

संजय जैन "बीना" मुंबई


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