सत्ता और सियासत पर, जब ताला लगा मौन का हो,

सत्ता और सियासत पर, जब ताला लगा मौन का हो,

शाहीन बाग घर घर होंगे, जब ताला लगा मौन का हो।
हिंसा बलात्कार की घटना, जब धर्म जाति देखी जाती,
जाने कितने रोज़ मरेंगे, जब ताला लगा मौन का हो।
आतंकवाद से हमदर्दी, बस वोटों ख़ातिर समझौता हो,
आतंकवादी रोज़ घुसेंगे, जब ताला लगा मौन का हो।
धर्मांतरण भी रोज़ हो रहा, सबके अपने हित सधते,
बात धर्म की कौन करेगा, जब ताला लगा मौन का हो।
सेना के पराक्रम पर भी, प्रश्न रोज़ उठाये जाते हों,
सैनिक का मनोबल टूटेगा, जब ताला लगा मौन का हो।
हरियाणा में सबने देखा, पत्थर लाठी गोली से हमला,
यात्राओं पर हमला होगा, जब ताला लगा मौन का हो।
शंकराचार्य का कश्मीर बदल, मुस्लिम राज्य बन जाता,
हर राज्य में हिन्दू मरेंगे, जब ताला लगा मौन का हो।
पाक बांग्ला रोहिंग्या अफ़ग़ानी, सबकी बस्ती बनती जाती,
सरकारी सम्पत्ति पर क़ब्ज़ा, जब ताला लगा मौन का हो।
मुस्लिम खड़ा समर्थन मुस्लिम, हिन्दू उनके हित की बातें,
मुस्लिम हावी होता जाता, जब ताला लगा मौन का हो।
सवर्ण बने दोयम दर्जे के, नहीं उनके हित की बात कोई,
समान अधिकार की बातें झूठी, जब ताला लगा मौन का हो।

डॉ अ कीर्ति वर्द्धन
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