सत्य पर सदा विजयी सेहरा
भाग्य विधान सुलेखन,कंटक पथ पर चलना ।
संघर्ष कर बाधाओं संग,
गिरना उठना व लड़ना ।
बीच मझधार छोड़ते साथी,
प्रतिकूल परिवेश देहरा ।
सत्य पर सदा विजयी सेहरा ।।
निर्दोष पर आलोचना सहन,
शंकर सदृश विष घूंट पीता ।
वहन निराधार लांछन कलंक,
प्रदत्त अग्नि परीक्षा सम सीता ।
जब उंगली उठती चरित्र पर ,
तब उर स्पंदन शौर्य नेहरा ।
सत्य पर सदा विजयी सेहरा ।।
अथक परिश्रम अठखेलियां ,
कारक आशा उत्साह उमंग ।
मैत्री निर्वहन आत्मविश्वास ,
प्रेरणा ज्योत जीवन उत्संग ।
कर्म धर्म आस्था दिव्य कवच ,
शब्द स्वर पट जोश केहरा ।
सत्य पर सदा विजयी सेहरा ।।
असंभवता प्रकृति धूमिल,
संभवता दर्शन चारों ओर ।
परेशानियां मूल अवसान ,
उदय नव स्वाभिमानी भोर ।
अंत सफलता अनूप वरण,
सर्वत्र जीत खुशियां चेहरा ।
सत्य पर सदा विजयी सेहरा ।।
कुमार महेन्द्र
(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com