Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

द्वापर सी सौरभ से,कलयुग आज सराबोर

द्वापर सी सौरभ से,कलयुग आज सराबोर

अनंत नमन सर्व आकर्षित उपमा,
कर्म ज्ञान भक्ति प्रेरणा पुंज ।
नवनीत सम सांस्कृतिक पटल,
अपरिमित आस्था जन निकुंज ।
भाद्रपद कृष्ण अष्टमी अनूप,
कान्हा जन्मोत्सव तैयारी पुरजोर ।
द्वापर सी सौरभ से,कलयुग आज सराबोर ।।


लड्डू गोपाल रण छोड़ बिट्ठल,
माघव बनमाली दिव्य नाम ।
नटवर नागर राधावर मुकुंद,
गोविंद केशव छवि अविराम ।
नंदलाल वृंदावन बिहारी सह
एक सौ आठ संज्ञा छोर ।
द्वापर सी सौरभ से, कलयुग आज सराबोर ।।


निर्वहन सहज सरस भूमिका,
नायक प्रेमी योद्धा व मित्र ।
योगी सारथी नीति विशारद ,
धूप छांव स्थितप्रज्ञ चित्र ।
सदा प्रशस्त कर्मयोग पथ ,
हर कदम अधर्म कंदन ओर ।
द्वापर सी सौरभ से, कलयुग आज सराबोर ।।


कान्हा जीवन अनुपमा अद्भुत,
वर्तमान समय अति महत्ता ।
तज नैराश्य वैमनस्य क्रोध ,
नित उन्मुख कर्तव्य सत्ता ।
मनुज सामर्थ्य प्रतिभा अथाह,
पर कर्म स्पंदन सफलता भोर ।
द्वापर सी सौरभ से,कलयुग आज सराबोर ।।


कुमार महेन्द्र(स्वरचित मौलिक रचना)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ