क्षमा वाणी

क्षमा वाणी

क्षमा भाव मन में धारण ,
कर ले ओ भोले प्राणी।
कर दे क्षमा तू सबको ,
खुश होगी जिंदगानी .... २।

नफरत के बीज बोये ,
काँटों से दिल लगाया।
सोचा न एक पल भी,
अपनों का दिल दुखाया। ...२
मैं हाथ जोड़कर के,
मानू अपनी गलती।
कर दे क्षमा तू मुझको,
खुश होगी जिंदगानी।।
क्षमा भाव मन में धारण ,
कर ले ओ भोले प्राणी।
कर दे क्षमा तू सबको ,
खुश होगी जिंदगानी।

क्यों करता मेरा तेरा,
कुछ भी नहीं है तेरा।
जब नींद से तुम जागो,
समझो तभी सबेरा ....2
करके क्षमा तू सबको ,
खुश कर ले जिंदगानी।।
क्षमा भाव मन में धारण ,
कर ले ओ भोले प्राणी।

कर दे क्षमा तू सबको ,
खुश होगी जिंदगानी।
ये जिंदगी गमों की,
खुश रहना तुम सीखो।
अपनों से प्रेम करके,
अपनो का दिल जीतो। ....२
ये मूल मंत्र जीवन का,
तुम सबको ये बता दो।
करके क्षमा तू सबको,
खुश कर ले जिंदगानी।।

संजय का ये भजन ,
सब याद अब तुम रखना।
कर दे क्षमा तू सबको ,
खुश होगी जिंदगानी।।


जय जिंनेद्र
संजय जैन "बीना" मुम्बई
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