Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

दौलत की दासता एवं वफादारी का संघर्ष

दौलत की दासता एवं वफादारी का संघर्ष

"दौलत के शौकीन लोग, कभी वफादार नहीं हो सकते।" यह कहावत सदियों से प्रचलित है और समाज में व्यापक रूप से स्वीकृत है। लेकिन क्या यह सचमुच सार्वभौमिक सत्य है? आइए इस कथन की गहराई में उतरकर इसे विस्तार से समझने का प्रयास करते हैं।

दौलत का मोह मानव मन का एक प्राकृतिक गुण है। हर कोई एक बेहतर जीवन जीना चाहता है, सुख-सुविधाओं से भरा जीवन चाहता है। दौलत हमें ये सब कुछ प्रदान करती है। लेकिन अक्सर देखा जाता है कि दौलत के पीछे भागते हुए लोग अपने मूल्यों, रिश्तों और नैतिकता को भूल जाते हैं। वे धन अर्जित करने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं, चाहे इसके लिए उन्हें झूठ बोलना पड़े, धोखा देना पड़े या फिर किसी का शोषण करना पड़े।

ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या दौलत और वफादारी वास्तव में परस्पर विरोधी हैं? क्या एक धनी व्यक्ति कभी वफादार नहीं हो सकता? जरूरी नहीं। कई ऐसे उदाहरण हैं जहां धनी लोग भी बेहद वफादार और परोपकारी रहे हैं। उन्होंने अपनी दौलत का उपयोग समाज के कल्याण के लिए किया है। उन्होंने अपने परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखे हैं।

सच तो यह है कि वफादारी व्यक्ति का एक गुण है, दौलत का नहीं। कोई भी व्यक्ति, चाहे वह अमीर हो या गरीब, वफादार हो सकता है। यह व्यक्ति के चरित्र पर निर्भर करता है, उसके मूल्यों पर, उसके नैतिक सिद्धांतों पर।

निष्कर्ष :

दौलत और वफादारी के बीच कोई अंतर्विरोध नहीं है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम अपनी दौलत का उपयोग कैसे करते हैं। अगर हम अपनी दौलत को एक साधन के रूप में देखें, जो हमें दूसरों की मदद करने और समाज में योगदान करने में सक्षम बनाता है, तो हम दोनों ही लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि सच्ची खुशी धन में नहीं, बल्कि अपने प्रियजनों के साथ बिताए हुए पलों में और दूसरों की सेवा करने में निहित है।

अंत में, हम यह कह सकते हैं कि दौलत के शौकीन लोग जरूरी नहीं कि वफादार न हों, लेकिन वफादार लोग हमेशा दौलत के शौकीन नहीं होते हैं।

. "सनातन"
(एक सोच , प्रेरणा और संस्कार) 
पंकज शर्मा 
(कमल सनातनी)
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ