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अब तो कहा नहीं जाएगा।

अब तो कहा नहीं जाएगा।

डॉ. मेधाव्रत शर्मा, डी•लिट•
(पूर्व यू.प्रोफेसर)
अब तो कहा नहीं जाएगा।
अब तो सहा नहीं जाएगा।
सुनने वाला ही जब सोया,
किस्सा कहा नहीं जाएगा।
उपदेशों का अर्थ खो गया,
अब कुछ गहा नहीं जाएगा।
उसने ही जब फेर लिया मुँह,
अब तो रहा नहीं जाएगा ।
सूखा जब दर्या-ए -तराना,
कोई नहा नहीं जाएगा।
छूट गई पतवार हाथ से,
अब तो बहा नहीं जाएगा।
कपड़ा यह झिरझिरा चीथड़ा,
मुझसे तहा नहीं जाएगा ।
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