दीपावली भाईदूज गोवर्धन पूजा
लेकर खुशियों का हार ,आया दीपावली त्यौहार ।
यह त्रिदिवसीय है शृंगार ,
लाई खुशियाॅं हैं अपार ।।
प्रथम दिवस है धनतेरस ,
जैसा चाहो करो बाजार ।
सोना चाॅंदी बर्तन खरीदो ,
या ख़रीदो माता शृंगार ।।
द्वितीय दिवस यम दीया ,
खा पीकर बाहर निकाल ।
आदर स्नेह प्रेम कर लो ,
ईर्ष्या लोभ मन न पाल ।।
तृतीय दिवस दीपावली ,
हर्षोल्लास का है त्यौहार ।
खुशी मना पटाखे छोड़ो ,
लक्ष्मी पूजा करो तैयार ।।
चतुर्थ दिवस यह पावन ,
भाई बहन का है त्यौहार ।
भाई दूज गोवर्धन पूजा ,
भाई बहन हैं सदा तैयार ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com