मैं माटी का दीपक हूँ ......
मैं माटी का दीपक हूँ ।शाम ढले जल जाता हूँ
रात रात भर जलता रहता
तम को चीर भगाता हूँ
मैं माटी का दीपक हूँ ।
मैं माटी का दीपक हूँ ।
सुबह हुई मैं ढल जाता हूँ
रातों की तन्हाई में भी
कभी नहीं घबराता हूँ ,
मैं माटी का दीपक हूँ ।
मैं माटी का दीपक हूँ ।
तेल मिला फिर बाती आई
सबने मिलकर जोत जलायी
राज की बात बताता हूँ ,
मैं माटी का दीपक हूँ ।
मैं माटी का दीपक हूँ ।
बच्चों तुम भी मिलकर रहना
दुश्मन को भी मार भगाना
यह सन्देश सुनाता हूँ ,
मैं माटी का दीपक हूँ ।
डॉ अ कीर्तिवर्धन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag
0 टिप्पणियाँ
दिव्य रश्मि की खबरों को प्राप्त करने के लिए हमारे खबरों को लाइक ओर पोर्टल को सब्सक्राइब करना ना भूले| दिव्य रश्मि समाचार यूट्यूब पर हमारे चैनल Divya Rashmi News को लाईक करें |
खबरों के लिए एवं जुड़ने के लिए सम्पर्क करें contact@divyarashmi.com