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राष्ट्र के लिए योगदान और राष्ट्र हित में चिंतन आवश्यक है : राजेन्द्र कुमार सिन्हा

राष्ट्र के लिए योगदान और राष्ट्र हित में चिंतन आवश्यक है : राजेन्द्र कुमार सिन्हा

दिव्य रश्मि के उपसम्पादक जितेन्द्र कुमार सिन्हा की कलम से |

राष्ट्र के लिए योगदान और राष्ट्र हित में चिंतन आवश्यक है, इसके लिए अपने पूर्वजों से सीख लेने और उनके बताए रास्ते का अनुसरण करने की जरूरत है। उक्त बातें ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहीं।

उन्होंने कंकड़बाग स्थित ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के मुख्य कार्यालय में बुधवार को आयोजित लालबहादुर शास्त्री और महात्मा गांधी की जयंती कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सिर्फ जयंती मानने से हमलोगों की जबावदेही खतम नहीं होती है बल्कि उनके द्वारा दिखाए गए रास्ते का अनुसरण करने की जरूरत है।

कार्यक्रम का शुभारंभ ह्यूमन राइट्स डिफेंडर के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर किया। उक्त अवसर पर ह्यूमन राइट्स डिफेंडर की संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव पूजा सिन्हा, सह-संस्थापक सह राष्ट्रीय महासचिव (एससी/एसटी विंग) आशा देवी, राष्ट्रीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंजली सिन्हा, राष्ट्रीय उपसचिव किरण, राष्ट्रीय शैक्षिक प्रभारी सीमा कुमारी, राष्ट्रीय सांस्कृतिक सचिव श्वेता बॉबी, बिहार प्रदेश के अध्यक्ष सूरज कुमार, पटना के सक्रिय सदस्य गौरीशंकर प्रसाद, गिरिजा देवी एवम राष्ट्रीय मीडिया अध्यक्ष जितेन्द्र कुमार सिन्हा उपस्थित थे।

लाल बहादुर शास्त्री जी और महात्मा गांधी जी चित्र पर उपस्थित सभी लोगों ने माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उनके प्रति अपने अपना अपना विचार व्यक्त किया।

ह्यूमन राइट्स डिफेंडर की संस्थापिका पूजा सिन्हा ने कहा कि महात्मा गांधी से यह शिक्षा ग्रहण करना चाहिए कि आप अपने जीवन में इस तरह संकल्पित हो जिसका कोई विकल्प न हो जैसे गांधी जी ने भारत को अंग्रेजों से आजाद कराने हेतु संकल्पित हुए थे। उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी का नारा है "जय जवान जय किसान"। यदि हम लोग भारत के जवान का सम्मान करना चाहिए ताकि वे अपने बुलंद हौसले के साथ देश की रक्षा करते रहे उनका ऐसा करने हमलोग सुरक्षित रहेंगे। उसी तरह किसान यदि खुशहाल रहेगा तो देश भी खुशहाल रहेगा।

ह्यूमन राइट्स डिफेंडर की राष्ट्रीय चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अंजली सिंह ने दोनों लोगों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें इन लोगों से यह शिक्षा लेनी चाहिए की स्थिति चाहे जितने भी प्रतिकूल हो उसको हम कैसे अनुकूल बना सकते हैं। राष्ट्रीय सांस्कृतिक सचिव श्वेता बॉबी ने सादगी एवं स्वच्छता की शिक्षा लेने की बात कही।

कार्यक्रम के अंत में ह्यूमन राइट डिफेंडर के सभी अधिकारी एवं सक्रिय सदस्य ने मिलकर लालबहादुर शास्त्री के "जय जवान जय किसान" के नारे लगाए और महात्मा गांधी के प्रार्थना "रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीताराम" को गाकर कार्यक्रम का समापन किया।हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

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