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मानवीय- चेतना और संवेदना के पुंज पुरुष थे, डॉक्टर त्रिपाठी:- डॉक्टर विवेकानंद मिश्र

मानवीय- चेतना और संवेदना के पुंज पुरुष थे, डॉक्टर त्रिपाठी:- डॉक्टर विवेकानंद मिश्र

गया/ माडनपुर स्थित त्रिपाठी निवास पर आज प्रसिद्ध समाज सेवी भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं आयुर्वेद रक्षा एवं विकास संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तथा गया आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज सहित दर्जनों शैक्षणिक संस्थाओं के संस्थापक, संरक्षक रहे डॉक्टर रामेश्वर त्रिपाठी के निधन के पश्चात उनके श्राद्ध कार्यक्रम के अवसर पर पुष्पांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने उनके चरणों पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। सभा में उपस्थित कई गण्यमान्य लोगों ने अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर उद्गार प्रगट किये। इनमें विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े भारतीय राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा एवं आयुर्वेद रक्षा एवं विकास संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर विवेकानंद मिश्र ने कहा की डॉक्टर त्रिपाठी जी के मानवतावादी आचरण में सरलता विनम्रता
संवेदना कर्मठता ईमानदारी लगन सेवा और समर्पण का भाव स्पष्ट दिखाई पड़ता है। सफलता के शिखर पर पहुंचकर भी एक व्यक्ति को औरों के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए यह उनसे सीखना चाहिए।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं जीरामनी जगदीश इंस्टीट्यूट्स ऑफ फार्मेसी झारखंड के अध्यक्ष हरि नारायण त्रिपाठी ने कहा कि त्रिपाठी जी केवल एक व्यक्ति नहीं बल्कि विराट बटवृक्ष थे ,जो अपनी छाया में हम सबो को समेटे हुए थे। एक साधारण वैष्णव परिवार में जन्म लेकर अपनी कर्मठता लगन परिश्रम एवं निष्ठा के बल पर वह अतीत की चिताओं या मात्र भविष्य की कल्पनाओं में जकड़े न रह कर जीवन पर्यंत समाज के विभिन्न रचनात्मक कार्यों में अपनी अग्रणी भूमिका से एक से बढ़कर एक कीर्तिमान स्थापित किए हैं। हजारों को शिक्षित कर रोजी-रोटी देने वाले उनके चरण ही नहीं आचरण भी पूजनीय है।
जदयू के मनीष नेता एवं बोधगया मंदिर डबल डेवलपमेंट कमेटी के सदस्य अरविंद सिंह एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवकुमार भईया ने कहा की डॉक्टर त्रिपाठी जी हमारे अभिभावक थे हमारा संबंध उनसे पारिवारिक रहा है वे सचमुच स्वयं शोषित रहकर हजारों व्यक्तियों को पोषित करते थे। समाजसेवी सत्येंद्र द्विवेदी ने कहा की त्रिपाठी जी को विपरीत परिस्थितियों में भी कभी विचलित होते नहीं देखा। उनका अब हम सबों के बीच न होना समाज के लिए अपूरणीय क्षति तो है हीं मेरे लिए भी व्यक्तिगत क्षति है।
बिहार प्रदेश राजद के वरिष्ठ नेत्री रूबी देवी ने कहा की डॉक्टर त्रिपाठी जी जैसे निस्वार्थ समाजसेवी इस धरती पर यदा कदा ही आया करते हैं। और वे अपनी महान कार्यो से आने वाली पीढियों के प्रेरणास्रोत बनते हैं। पंडित राकेश बिहारी द्विवेदी ने कहा समाज सेवा को ही धर्म मानने वाले त्रिपाठी जी ने जिस साधन सुविधा के घोर अभाव में भी आयुर्वेद जगत के अलावे विभिन्न शैक्षिक तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में जो इतिहास रचा है, वह उनके प्राप्त दैवी शक्ति का ही परिणाम और प्रमाण है। शहर के प्रसिद्ध चिकित्सा के डॉ रविंद्र कुमार ने कहा इस युग पुरुष का समाज तो आभारी है ही, शिक्षा जगत भी डॉक्टर त्रिपाठी जी का युग- युग तक ऋणी रहेगा।इस अवसर पर जिन प्रमुख लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए उनमें प्रदेश भाजपा नेता हरे राम सिंह राजीव नयन पांडेय डॉक्टर ज्ञानेश भारद्वाज रंजीत पाठक शंभू गिरी राजेश त्रिपाठी अमित त्रिपाठी डॉक्टर कंचन सत्यनारायण पाठक डॉ उदय तिवारी डॉक्टर शशांक शेखर मिश्रा सुरेंद्र यादव उमानाथ भास्कर जुगल किशोर सिंह प्रमोद कुमार चौधरी आदि उल्लेखनीय थे।

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