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‘‘जल-जीवन-हरियाली’’ अभियान माननीय मुख्यमंत्री जी की दूरदर्शी सोच का परिणाम तथा जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभाव से निपटने हेतु एक सार्थक पहल है- श्री महेश्वर हजारी, माननीय मंत्री, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग

‘‘जल-जीवन-हरियाली’’ अभियान माननीय मुख्यमंत्री जी की दूरदर्शी सोच का परिणाम तथा जलवायु-परिवर्तन के कुप्रभाव से निपटने हेतु एक सार्थक पहल है- श्री महेश्वर हजारी, माननीय मंत्री, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग

पटना, 05 नवम्बर 2024 को ‘‘जल-जीवन-हरियाली अभियान माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की परिकल्पना एवं दूरदर्शी सोच का सार्थक परिणाम है, जिसकी सराहना आज पूरे भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हो रही है। यह अभियान मानव जीवन को सुरक्षित रखने वाली एक ऐसी व्यापक और बहुआयामी सोच पर आधारित है, जिससे हमारा वर्तमान और भविष्य दोनों सँवरता है।’’ उपर्युक्त वक्तव्य, सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के माननीय मंत्री श्री महेश्वर हजारी ने ‘जल-जीवन-हरियाली’ दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि यह अभियान माननीय मुख्यमंत्री जी के पर्यावरण-पे्रम तथा जलवायु-परिवर्तन को लेकर उनकी चिंताओं का प्रतिफल है, जिसके जरिए मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम सूचना भवन के संवाद कक्ष में सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें संबंधित सभी विभागों के नोडल पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए माननीय सूचना मंत्री श्री हजारी ने कहा कि ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान एक ऐसा महत्वपूर्ण कार्यक्रम है, जिसपर सम्पूर्ण मानवता का भविष्य निर्भर करता है। उन्होंने ‘जल-जीवन-हरियाली’ के विभिन्न अवयवों की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार सार्वजनिक जल-संचयन संरचनाओं, यथाः तालाबों, पोखरों, आहरों, पईनों आदि को अतिक्रमणमुक्त कराकर उनका जीर्णोद्धार करा रही है। छोटी-छोटी नदियों, नालों एवं पहाड़ी क्षेत्रों के जल संग्रहण क्षेत्रों में चेक-डैम एवं जल संचयन की अन्य संरचनाओं का निर्माण कराया जा रहा है। नये जल स्रोतों का सृजन किया जा रहा है। सरकारी भवनों में छत वर्षा जल के संचयन की संरचनाओं का निर्माण कराया जा रहा है। पौधशालाओं का सृजन करते हुए सघन वृक्षारोपण कराया जा रहा है। सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग सभी विभागों के साथ समन्वय बनाते हुए ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान के प्रति आमजन में जागरूकता पैदा करने का भरपूर प्रयास कर रहा है। मंत्री ने सूचना विभाग सहित संबंधित सभी विभागों के अधिकारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि आप सभी तत्परता पूर्वक इस अभियान को गति प्रदान करें ताकि माननीय मुख्यमंत्री जी के सपनों को साकार किया जा सके तथा मानव की जीवन-रक्षा की जा सके।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के निदेशक वैभव श्रीवास्तव ने ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए बताया कि इससे राज्य में भू-जल स्तर में सुधार हुआ है। वृक्षारोपण से राज्य में हरित आवरण बढ़ा है। नये जल स्रोतों के संचयन से सिंचाई सुविधाएँ बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग विभिन्न प्रचार-माध्यमों के जरिए ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान को आम जनता के बीच ले जाकर इसे एक लोकप्रिय कार्यक्रम बनाने में कामयाब हुआ है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि विभाग अपने सभी प्रचार माध्यमों के जरिए इस अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करेगा।

कार्यक्रम में विचार व्यक्त करते हुए ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान की मिशन निदेशक प्रतिभा रानी ने कहा कि मिशन मुख्यमंत्री जी के सपनों के अनुरूप ‘जल-जीवन-हरियाली’ अभियान को गति प्रदान कर रहा है तथा इसके लिए आवश्यक निधि की भी समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने अभियान के प्रति विभिन्न विभागों के सहयोग की भी सराहना की। कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों ने भी इस अभियान से जुड़ी अपनी उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए अपना वक्तव्य दिया। कार्यक्रम में अपर सचिव संजय कृष्ण, संयुक्त निदेशक रवि भूषण सहाय, उप निदेशक लालबाबू सिंह सहित भवन निर्माण विभाग के प्रतिनिधि पदाधिकारी विनोद चैधरी, पंचायती राज विभाग के पदाधिकारी तबरेज आलम, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पदाधिकारी आर0के0 सिन्हा, ऊर्जा विभाग के पदाधिकारी प्रशांत कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के पदाधिकारी पवन कुमार पासवान आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में विषय-प्रवर्तन उप सचिव शिव शंकर लाल श्रीवास्तव, धन्यवाद-ज्ञापन विशेष कार्य पदाधिकारी कुमारिल सत्यनंदन तथा कार्यक्रम-संचालन उप निदेशक डाॅ0 सुनील कुमार पाठक ने किया। कार्यक्रम के पश्चात सूचना भवन परिसर में पदाधिकारियों द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।
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