Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

आज की नारियाँ

आज की नारियाँ

आजकल की नारियां भी गजब ढा रही हैं ,
अपने सारे काम वो पतियों से करवा रही हैं ।
खुद फैशन में चूर किट्टी पार्टियों में जा रही हैं,
पतियों की कमाई फिजूलखर्ची में उड़ा रही हैं,
आजकल की नारियां भी गजब ढा रही हैं।

पति व बच्चों को नजर अंदाज कर रही हैं ,
सास-ससुर को दाई - नौकर समझ रही है।
पूरे परिवार पर अपना हुक्म चला रही है,
आजकल की नारियां भी गजब ढा रही हैं।

आधुनिकता के रंग में आकंठ डूब गई हैं,
अश्लीलता की सारे हदें पार कर गई हैं ।
सभ्यता और संस्कृति की धज्जियाँ उड़ा रही हैं,
आजकल की नारियां भी गजब ढा रही हैं।

सुरेन्द्र कुमार रंजन
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ