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देर से न्याय अन्याय है

देर से न्याय अन्याय है 

पटना -महाराष्ट्र मंडल में अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति के 8वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के सन्दर्भ में प्रेसवार्ता सम्पन्न हुयी। प्रेस को सम्बोधित करते हुये समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मनाथ प्रसाद यादव ने बताया कि समिति का 8वां राष्ट्रीय महाधिवेशन आगामी 30 नवम्बर को मुजफ्फरपुर के जिला सभागार में आयोजित किया जा रहा है जिसमें पटना हाई कोर्ट के न्यायाधीश, बिहार स्टेट बार कांउसिल के सदस्य सहित कई गणमान्य लोग शिरकत करेगें। परिचर्चा का मुख्य विषय सभ्य समाज के निर्माण में अधिवक्ताओं एवं विधि की भूमिका है। अन्यान्य विषयों में अधिवक्ताओं की शीर्ष संस्था के गतिविधियों की समीक्षा एवं अधिवक्ताओं के विभिन्न संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करना है। साथ ही समिति के गतिविधियों की समीक्षा भविष्य की रणनीति एवं समिति के तीनों कोषांगों के समस्याओं के समाधान का पहल करना उदेश्य है। विदित हो कि अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति सन् 2016 से न्याय देने वाले, न्याय पाने वाले एवं न्याय दिलाने वालो के लिए अनवरत संघर्ष करती रही है। प्रेसवार्ता को सम्बोधित करने वालो में न्यायाधीश कोषांग के अध्यक्ष  पूर्व न्यायाधीश दामोदर प्रसाद ने कहा कि न्यायालय में वर्षों से लमवित मुकदमे है न्यायालय और न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है ।वहीँ न्यायार्थ कोषांग के अध्यक्ष गांधीवादी  प्रेम जी ने कहा कि न्यायालय में न्याय के बदले सिर्फ तारीख पर तारीख मिलता है न्याय पाने के लिए न्यायर्थी वर्षों तक न्यायालय के चक्कर लगाकर थक जाते है ।न्यायालय  न्याय पाने बालो के लिए उचित व्यवस्था हो शौचालय,प्रतीक्षा गृह, कैंटिंग की व्यवस्था की जाए । न्यायालय में सुनवाई एवं फैसला हिंदी में हो । न्याय मिलने की समय सीमा का निर्धारण हो । आम लोगो को विधि जागरूकता किया जाए, डिजिटल पेशी की व्यवस्था, लोक अदातल को और मजबूत बनाया जाए । जमानत की प्रक्रिया सरल हो, विशेष अदालत बनाया जाए, न्याय की प्रक्रिया काफी जटील है। मौके पर अधिवक्ता रणविजय सिंह, कुलदीप दुवे ,आर्यन रंजन   मौजूद थे।

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