Advertisment1

यह एक धर्मिक और राष्ट्रवादी पत्रिका है जो पाठको के आपसी सहयोग के द्वारा प्रकाशित किया जाता है अपना सहयोग हमारे इस खाते में जमा करने का कष्ट करें | आप का छोटा सहयोग भी हमारे लिए लाखों के बराबर होगा |

आओ छठ पर्व मनाऍं

आओ छठ पर्व मनाऍं

धनतेरस दिवाली भैयादूज बीता ,
अब छठ पर्व की ओर हम धाऍं ।
चल पड़ा अब छठी माई महिमा ,
आओ सहर्ष ये छठ पर्व मनाऍं ।।
भारतवर्ष का सनातनी पर्व यह ,
महिमा असीम भक्त जन पाऍं ।
हो जाए कोई चूक ये किसी से ,
शीघ्र असर माॅं उसको दिखाऍं ।।
रविषष्ठी व्रत यह पावन निर्मल ,
व्रती जन पूर्ण शुद्धता मन लाऍं ।
छत्तीस घंटे की निर्जला उपवास ,
हॅंसी खुशी व्रती सहन कर जाऍं।।
छठी माई की यह शक्ति अपार ,
व्रत में सीधा दिखाई ये देता है ।
हृदय में कोई छल बल न होता ,
सूर्य यह अर्घ्य निज ले लेता है ।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )बिहार ।
हमारे खबरों को शेयर करना न भूलें| हमारे यूटूब चैनल से अवश्य जुड़ें https://www.youtube.com/divyarashminews https://www.facebook.com/divyarashmimag

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ