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दिसंबर 2024 के कुछ महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार

दिसंबर 2024 के कुछ महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार

हर हर महादेव!!
लेखक: रवि शेखर सिन्हा उर्फ आचार्य मनमोहन।ज्योतिष मार्तंड एवं जन्म कुंडली विशेषज्ञ।

मैं आप सबको और आप सबके हृदय में विराजमान ईश्वर को प्रणाम करता हूं और धन्यवाद करता हूं।अंग्रेजी महीने का दिसंबर महीना भारतीय पंचांग श्री विक्रम संवत् के अनुसार मार्गशीर्ष और पौष का संयुक्त महीना होता है। इस वर्ष ईस्वी सन् 2024 के 2 दिसंबर से मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष आरंभ होगा और 16 दिसंबर 2024 से पौष कृष्ण पक्ष आरंभ होगा। जो 30 दिसंबर तक रहेगा।

31 दिसंबर से पौष शुक्ल पक्ष आरंभ होगा।

इस प्रकार अंग्रेजी वर्ष 2024 का समापन 31 दिसंबर को हो जाएगा।

मार्गशीर्ष माह और पौष माह के अधिपति देवी देवताओं को नमन करते हुए, प्रणाम करते हुए आइए चर्चा आरंभ करते हैं दिसंबर 2024 के कुछ महत्वपूर्ण व्रत और त्योहारों के बारे में।

अष्टमी तिथि का क्षय हो जाने के कारण मार्ग शीर्ष का शुक्ल पक्ष 14 दिनों का ही होगा। जबकि पौष कृष्ण पक्ष पूरे 15 दिनों का है।

2 दिसंबर सोमवार को चंद्र दर्शन किया जाएगा।

5 दिसंबर गुरुवार को वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत होगा।

6 दिसंबर शुक्रवार को विवाह पंचमी का त्यौहार मनाया जाएगा। इसे श्री पंचमी के व्रत के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन भगवान श्री राम और माता जानकी के विवाह का उत्सव मनाया जाता है।

7 दिसंबर शनिवार को चंपा षष्ठी अथवा स्कंद षष्ठी का त्योहार मनाया जाएगा।

8 दिसंबर रविवार को भानु सप्तमी का पर्व मनाया जाएगा।

11 दिसंबर बुधवार को मोक्षदा एकादशी का व्रत गृहस्थ और वैष्णव दोनों ही के लिए सर्वमान्य होगा।

आज श्री गीता जयंती का त्यौहार भी मनाया जाएगा। आज के ही दिन रणभूमि में, कुरुक्षेत्र में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को श्री गीता जी का उपदेश दिया था।

13 दिसंबर शुक्रवार को प्रदोष व्रत होगा। आज अनंग त्रयोदशी का उत्सव भी मनाया जाएगा। इसमें देवता कामदेव की पूजा होती है।

14 दिसंबर शनिवार को व्रत की पूर्णिमा होगी। आज के दिन काशी के पिशाच मोचन मंदिर में अतृप्त आत्माओं की शांति के लिए श्राद्ध कर्म किए जाते हैं।आज प्रदोष काल में पूर्णिमा तिथि मिलने के कारण भगवान श्री दत्तात्रेय जी का जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा। विशेष रूप से महाराष्ट्र प्रांत में भगवान दत्तात्रेय की बड़ी धूमधाम से पूजा होती है।

15 दिसंबर रविवार को स्नान दान की पूर्णिमा है।

18 दिसंबर बुधवार को संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत होगा।

21 दिसंबर शनिवार को वर्ष का सबसे छोटा दिन होगा।

22 दिसंबर रविवार को भानु सप्तमी का पर्व होगा।

23 दिसंबर सोमवार को रुक्मणी अष्टमी का मन होगा। इसमें माता रुक्मणी एवं भगवान प्रद्युम्न की प्रतिमा की शोध षोडशोपचार विधि से पूजन करके कम से कम 8 सौभाग्यवती स्त्रियों को भोजन कराकर उन्हें वस्त्र इत्यादि से सम्मानित करना सौभाग्यप्रद माना जाता है।

25 दिसंबर बुधवार को ईसाई समुदाय का प्रसिद्ध त्योहार क्रिसमस डे अर्थात् बड़ा दिन का त्यौहार मनाया जाएगा। आज के ही दिन ईसाई धर्म के संस्थापक ईसा मसीह का जन्म हुआ था। इसी कारण ईसाई धर्म के मानने वाले ईसा मसीह का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम से मनाते हैं। आज पंडित मदन मोहन मालवीय का भी जन्मदिवस है। भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी जन्मोत्सव मनाया जाएगा।

26 दिसंबर गुरुवार को सफला एकादशी का व्रत गृहस्थ और वैष्णव दोनों के लिए सर्वमान्य होगा।

28 दिसंबर शनिवार को प्रदोष व्रत होगा।

29 दिसंबर रविवार को मासिक शिवरात्रि का व्रत होगा।

30 दिसंबर सोमवार को स्नान दान श्राद्ध की अमावस्या होगी। आज सोमवती अमावस्या भी है।आज के दिन पीपल वृक्ष में भगवान विष्णु का निवास मानते हुए सौभाग्यवती स्त्रियां पीपल वृक्ष का विधिवत पूजन करती हैं और पीपल वृक्ष की 108 परिक्रमा करती हैं।

विशेष टिप्पणी

भगवान सूर्य 2 दिसंबर सोमवार की शेष रात्रि 5:24 पर ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जिसके कारण सोना चांदी, खाद्य पदार्थ, सरसों, ऊनी वस्त्र और मादक द्रव्यों के मूल्यों में तेजी आ जाएगी। 10 दिसंबर के आसपास मौसम करवट लेगा तथा बूंदाबांदी और हल्की वर्षा के योग बनेंगे। ठंड का प्रकोप बढ़ जाएगा। सर्दी अपना गहरा रंग दिखाने लगेगी। पहाड़ों पर हिमपात भी आरंभ हो जाएगा। 16 दिसंबर सोमवार को सुबह 7:29 पर भगवान सूर्य मूल नक्षत्र एवं धनु राशि में प्रवेश करेंगे। जिसके कारण खरमास प्रारंभ हो जाएगा। अतः विवाह आदि शुभ कार्य स्थगित हो जाएंगे। 29 दिसंबर रविवार को सुबह 8:29 पर भगवान सूर्य पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। जिसके कारण ऊनी वस्त्र, सोना एवं चांदी के मूल्य में तेजी आ जाएगी। सोमवार की अमावस्या शुभ फल कारक है। किंतु भयंकर सर्दी का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा।

इति शुभमस्तु!! कल्याणमस्तु!!
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