बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024
- आगामी बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 का कर्टन रेज़र कार्यक्रम पटना में आयोजित
पटना, 17 दिसंबर, 2024:- उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा आज पटना स्थित होटल मौर्या में आगामी बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का कर्टन रेज़र कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में 19-20 दिसंबर 2024 को पटना के ज्ञान भवन में होने वाले बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के आयोजन से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में जानकारी दी जायेगी।
बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा आयोजित एक ऐतिहासिक पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के औद्योगिक और उद्यमशील विकास को बढ़ावा देना है। यह भव्य कार्यक्रम 19-20 दिसंबर, 2024 को ज्ञान भवन, पटना में आयोजित होगा और बिहार को एक बार पुन: आकर्षक निवेश गंतव्य के रूप में प्रदर्शित करेगा।
बिहार बिजनेस कनेक्ट- ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत 2023 में हुई थी, जिसमें देश विदेश के 600 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया था। बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023एक ऐतिहासिक पहल रहा, जिसका उद्देश्य राज्य के औद्योगिक और उद्यमशील विकास को बढ़ावा देना था। यह कार्यक्रम पिछले वर्ष माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में 13 एवं 14 दिसंबर, 2023को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित की गई थी, जिसमें माननीय उप मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्रियों, देश के प्रमुख निवेशक तथा उद्योगपतियों ने भाग लिया था, जैसे - अडानी ग्रुप से प्रणव अडानी, आई.ओ.सी.एल. की शुक्ला मिस्त्री, नाहर ग्रुप ऑफ इन्डस्ट्रीज के कमल ओसवाल, गोदरेज ग्रुप के राकेश स्वामी, माईक्रोमैक्स बायोफ्यूल्स के राजेश अग्रवाल, हाई स्पिरिट काॅमर्शियल वेन्चर्स के तुषार जैन, ए.एम.डी. के हसमुख रंजन, टाईगर एनालिटिक्स के महेश कुमार, एक्सेंचर के प्रशान्त कुमार, व सुपरसेवा ग्लोबल सर्विसेज प्रा. लि. की कुमुद शर्मा, सहित सैकड़ों उद्योगपतियों ने भाग लिया था।
पिछले वर्ष आयोजित दो दिवसीय समिट के दौरान कुल 50,530 करोड़ रुपए निवेश के 278 प्रस्ताव का एमओयू साइन किया गया थाजिसमें 38000करोड निवेश राशि की 244 परियोजनाएं धरातल पर क्रियान्वित हो चुकी हैं। इस निवेश ने राज्य में उद्योगों के विकास को गति प्रदान किया है एवं रोजगार के अनेकों अवसर का सृजन किया है। पिछले वर्ष के बिहार बिजनेस कनेक्ट की सफलता को देखते हुए उद्योग विभाग, बिहार सरकार एकबार फिर इस कार्यक्रम का आयोजन करने जा रही है। बिहार, जो कभी अपने कृषि विरासत के लिए जाना जाता था, अब औद्योगिक परिवर्तन, उद्यमिता और बुनियादी ढांचे के विकास का केंद्र बन रहा है।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण
इस कार्यक्रम में माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार, राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री, प्रमुख उद्योगपति, नीति-निर्माता और क्षेत्रीय विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस दो दिवसीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य बिहार को उद्योगों और निवेशकों के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करना है और आर्थिक एवं औद्योगिक विकास की क्षमता को उजागर करना है।
रणनीतिक दृष्टि और नीतिगत ढांचा
बिहार सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए कई सुधार और नीतिगत पहल की हैं:
बिहार औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन नीति (BIIPP-2016):औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कर छूट, सब्सिडी और प्रोत्साहन की एक व्यापक नीति।
क्षेत्र-विशेष नीतियां:कपड़ा, चमड़ा, लॉजिस्टिक्स, बायोफ्यूल, आईटी और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे उच्च-क्षमता वाले उद्योगों में केंद्रित निवेश।
स्टार्टअप बिहार नीति: ₹500 करोड़ के फंड के साथ नवाचार और उद्यमिता को प्रोत्साहित करना।
निर्यात प्रोत्साहन नीति:विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZs) और एक्सपोर्ट पैकहाउस जैसी सुविधाओं के माध्यम से वैश्विक व्यापार को बढ़ावा देना।
सिंगल-विंडो क्लियरेंस सिस्टम और निवेशक-अनुकूल प्रशासन के जरिए बिहार नेEase of Doing Businessको प्राथमिकता दी है।
बिहारबिजनेसकनेक्ट2024 केमुख्यफोकसक्षेत्र
1. विनिर्माण क्षेत्र में क्रांति
बिहार में विनिर्माण क्षेत्र तेजी से विकसित हो रहा है:
बैग निर्माण और कपड़ा क्लस्टर:मुजफ्फरपुर और अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में बिहार की सिल्क विरासत और लागत लाभ का लाभ उठाना।
सैन्य जूता निर्यात:हाजीपुर वैश्विक बाजारों के लिए सुरक्षा जूते निर्माण का प्रमुख केंद्र बन चुका है।
इथेनॉल संयंत्र:अनाज आधारित इथेनॉल उत्पादन में बिहार अग्रणी है, जो भारत के हरित ऊर्जा लक्ष्यों में योगदान दे रहा है।
खाद्य प्रसंस्करण इकाइयाँ:बिहार की कृषि शक्ति का उपयोग कर मूल्य-वर्धित उत्पाद तैयार करना और ग्रामीण रोजगार को बढ़ावा देना।
2. उद्यमिता को सक्षम बनाना
- राज्य ने MSMEs और स्टार्टअप को सशक्त बनाने के लिए कई पहल की हैं:
- मुख्यमंत्री उद्यमी योजना:महिला, अनुसूचित जाति/जनजाति और दिव्यांग उद्यमियों को ₹10 लाख तक की वित्तीय सहायता।
- स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर: IIT पटना, NIFT पटना और अन्य संस्थानों में 21 से अधिक इनक्यूबेशन हब नवाचार और स्टार्टअप को आधार प्रदान कर रहे हैं।
- बी-हब कोवर्किंग स्पेसेस:पटना और पूर्णिया में किफायतीप्लग-एंड-प्लेस्पेस उभरते उद्यमों को समर्थन प्रदान करते हैं।
- इन योजनाओं से महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे लाने और नवाचार-आधारित उद्यमों को बढ़ावा देने की दिशा में समावेशी विकास सुनिश्चित हो रहा है।
3. बुनियादी ढांचा और कनेक्टिविटी
- बिहार में बुनियादी ढांचे के विकास में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है:
- परिवहन:बिहार का सड़क घनत्व भारत में तीसरे स्थान पर है, जिससे व्यापार और परिवहन में आसानी होती है।
- ऊर्जा: 700 मेगावाट से बढ़कर 7,000 मेगावाट तक की ऊर्जा क्षमता, ऊर्जा दक्षता और स्मार्ट मीटरिंग में अग्रणी।
- आईटी बुनियादी ढांचा:आईटी पार्क और आगामी डेटा सेंटर डिजिटल विकास को बढ़ावा दे रहे हैं।
- लॉजिस्टिक्स पार्क:पटना में मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क (MMLP) जैसे प्रोजेक्ट आपूर्ति श्रृंखला को एकीकृत समाधान प्रदान करते हैं।
- शैक्षणिक संस्थान: IIT, NIT और IIM जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ 55 इंजीनियरिंग कॉलेज कुशल श्रमशक्ति तैयार कर रहे हैं।
वैश्विक कनेक्टिविटी और निर्यात की संभावना
- बिहार वैश्विक व्यापार केंद्र के रूप में खुद को स्थापित कर रहा है:
- इनलैंड कंटेनर डिपो (ICD):बिहटा में स्थित ICD एकीकृत लॉजिस्टिक्स, वेयरहाउसिंग और मल्टीमॉडल परिवहन की सुविधा देता है।
- विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZs):नवानगर (बक्सर) और कुमारबाग (पश्चिम चंपारण) में SEZs निर्यात-उन्मुख उद्योगों के लिए विशेष अवसर प्रदान करते हैं।
- इर्रेडिएशन सेंटर और एक्सपोर्ट पैकहाउस:कृषि उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतारकर निर्यात को बढ़ावा देना।
सामाजिक प्रभाव और रोजगार सृजन
- औद्योगीकरण ने बिहार के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य पर सकारात्मक प्रभाव डाला है:
- रोजगार के अवसर:नए उद्योगों ने विभिन्न क्षेत्रों में हजारों नौकरियां सृजित की हैं।
- महिला सशक्तिकरण:मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजनामहिलाओं को व्यवसाय स्थापित करने में सक्षम बना रही है।
- कौशल विकास:शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी कुशल श्रमशक्ति की आपूर्ति सुनिश्चित करती है।
बिहार बिज़नेस कनेक्ट के मुख्यकार्यक्रम
पहला दिन: 19 दिसंबर, 2024
- उद्घाटन सत्र:बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री नीतीश मिश्रा कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। प्रारंभिक MoU साइनिंग और 4-5 क्षेत्र-विशेष सत्र होंगे। MSMEs और स्टार्टअप पर विशेष चर्चा होगी।
दूसरा दिन: 20 दिसंबर, 2024
- CEO राउंडटेबल:बिहार सरकार के माननीय मंत्रीगणों एवं वरीय पदाधिकारियोंके नेतृत्व में प्रमुख उद्योगपतियों के साथ उच्च-स्तरीय चर्चा होगी।
- मुख्य MoU साइनिंग:माननीय मुख्यमंत्री, बिहार, श्री नीतीश कुमार की उपस्थिति में प्रमुख MoU पर हस्ताक्षर किये जायेंगे।
- प्लेनरी सत्र:बिहार की औद्योगिक क्षमता और नीतिगत ढांचे पर महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि साझा की जाएंगी।
निष्कर्ष
बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 केवल एक आयोजन नहीं है बल्कि यह बिहार की औद्योगिक क्रांति का सशक्त उद्घोष है। अपने प्रचुर संसाधनों, कुशल श्रमशक्ति और निवेशक-अनुकूल नीतियों के साथ बिहार उद्यमियों, नीति-निर्माताओं और वैश्विक निवेशकों को आमंत्रित करता है। परंपरा, नवाचार और अवसर के अद्वितीय संयोजन के साथ बिहारभारत की आर्थिक पुनर्जागरणकी दिशा में एक प्रमुख भूमिका निभाने के लिए तैयार है।
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